मुंबई : पुणे स्थित परमार्थ आयुक्त की ओर से अपने गैर सरकारी संगठन ‘भ्रष्टाचार विरोध जन आंदोलन, महाराष्ट्र’ में से मुख्य शब्द ‘भ्रष्टाचार’ हटाये जाने की कवायद पर विरोध जताते हुए गांधीवादी नेता अन्ना हजारे में आज कहा कि इस संबंध में नोटिस मिलने के बाद वह कानून का सहारा लेंगे. हजारे ने कहा, उन्हें सूचना मिली है कि नोटिस सिर्फ उनके संगठन को नहीं बल्कि 16 अन्य गैर सरकारी संगठनों को भी जारी किया गया है जिनके नाम में ‘भ्रष्टाचार’ है.
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