अस्पताल में भर्ती घालयों से एक टीवी चैनल ने बात की जिसमें घायलों की अवस्था गंभीर दिखी. घायल शिखा ने बताया कि जिस बच्ची की मौत हुई है वह मेरे गोद में बैठी थी. वहीं दूसरी घायल महिला ने बताया कि वह कार में पीछे की सीट पर बैठी थी. उसने बताया कि कार के टक्कर के बाद वह अचेत हो गई.
150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जा रही थी हेमा की कार
इधर घायल मरीजों के एक परिजन ने कहा कि गलती हेमा मालिनी के ड्राईवर की है. उन्होंने कहा कि दुर्घटना स्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि हेमा मालिनी की कार 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जा रही थी. परिजन ने कहा यदि उनकी गाड़ी 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार में होती तो शायद किसी की जान नहीं जाती.
क्या कहा हेमा मालिनी के ड्राइवर ने
हेमा मालिनी के ड्राइवर ने बताया कि ऑल्टो कार की रफ्तार काफी तेज थी. ऑल्टो ने मोड़ते वक्त इंडिकेटर भी नहीं जलाया था. उसने कहा मेरी ओर से दुर्घटना को रोकने के लिए काफी प्रयास किया गया. मैंने ब्रेक भी लिया जिसके निशान सड़क पर बन गये. आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह पुलिस ने जयपुर के अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अपना इलाज करा रहे ड्राईवर महेश ठाकुर को पुलिस अपने साथ दौसा ले गयी है. उल्लेखनीय है कि कि गुरूवार रात को दौसा में हुए हादसे में एक बच्ची की मौत के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया था. पुलिस ने हेमा मालिनी की कार के ड्राईवर के खिलाफ तेज गति और लापरवाही से कार चलाने का केस दर्ज किया है.