उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की नैतिक जिम्मेवारी लेकर शिवराज को तत्काल पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. ओझा ने कहा कि शिवराज सरकार ने व्यापमं से जुड़े लोगों की मौत को दुर्घटना का रूप देकर फाइल बंद करवाने का काम किया है. इसके साथ ही शोभा ओझा ने महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुण्डे पर भी निशाना साधा है और उनसे भी इस्तीफा मांगा है.
ओझा का कहना है कि पंकजा ने अपने पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया लेकिन मिड डे मिल में घटिया सामग्री के आवंटन उनपर आरोप साबित करते हैं. ऐसे में जांच तक उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. ओझा ने कहा कि पंकजा माले की जांच भी सीबीआई से होनी चाहिए.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस ने व्यापमं मामले में शिवराज से कई बार इस्तीफे की मांग की है. हालांकि शिवराज ने मीडिया के सामने आकर कहा कि कुछ मौते दुर्घटना भी हैं जिसे विपक्ष व्यापमं से जोड़कर सरकार को बदनाम करना चाहता है. व्यापमं घोटाले से जुडे सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जिसने इस मामले को मौत का घोटाला नाम दिलाया है. हालांकि मौत का सिलसिला अभी भी नहीं रुका है.
पिछले माह आज तक के एक पत्रकार की मौत ने मामले को गंभीर बना दिया. तभी से कांग्रेस लगातार शिवराज से इस्तीफा मांग रही है. वहीं शिवराज ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दे दी है. सीबीआई मामले की जांच में जुट चुकी है और अबतक 8 नये एफआईआर भी दर्ज किये हैं. इससे पूर्व मामले की जांच एसटीएफ कर रही थी.