नयी दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही में बार-बार के व्यवधान से यह साफ हो गया है कि यह सत्र नरेंद्र मोदी सरकार के लिए अग्नि परीक्षा साबित होगा. और, यह मोदी सरकार के लिए अबतक का सबसे कठिनाई भरा दौर होने वाला है. सरकार की परेशानी इस मायने में और अधिक बढ जाती हैं कि उसके कई महत्वाकांक्षी विधेयकों में अडंगा लग सकता है. कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष जहां इस मुद्दे पर मत विभाजन वाले नियम के तहत चर्चा की मांग पर अडा है, वहीं भाजपा इस पर चर्चा को तैयार है, लेकिन कांग्रेस की शर्तों के साथ नहीं.
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