आप नेता अलका लांबा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को पूरे घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा, नशे के खिलाफ हमने अभियान छेड़ा है. जिस इलाके में मुझ पर हमला हुआ है. वह ऐसा इलाका है जहां बहुत सारे लोग नशा करते हैं. और मुझ पर यह हमला नशा मुक्ति अभियान के कार्यक्रम के दौरान हुआ. इस अभियान में दो लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. एक जो नशे का कारोबार चलाते हैं और दूसरे जिनकी दुनकानदारी इस कारण चलती है. उन्हें लग रहा है अब वह संकट में है. मुझ पर पत्थर से हमला हुआ है. पूरी जानकारी के बाद भी पुलिस ने मदद नहीं की लेकिन अभी एसएचओ का फोन आया और उन्होंने कहा कि इस अभियान में वह हमारा साथ देंगे.
मैं दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार से अनुरोध करती हूं कि इस अभियान को आगे बढ़ाये बहुत सारे लोग हैं जो नशा छोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नशे की लत के कारण उन्होंने कई गलत काम किये हैं लेकिन अब वह इस रास्ते को छोड़कर अपना ईलाज करना चाहता हैं.
हमले के बाद अलका को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. बताया जा रहा है कि वह रविवार सुबह पांच बजे हनुमान मंदिर के बाहर नशाखोरों से मिलने पहुंची जिसके बाद उनपर हमला किया गया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके अलका लांबा की सराहना की है.
अलका सुबह से ही नशे के खिलाफ अभियान में सड़कर पर उतरी थी जिसके संबंध में वह ट्वीट करके आपने फॉलोअर को जानकारी दे रहीं थीं. इस अभियान में उनके साथ कई लोग मौजूद थे. हमले के बाद उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि नशे के खिलाफ लड़ाई का अंजाम … मुझ पर हमला कर मेरा सिर फाड़ दिया गया, खून बहने के वावजूद भी मैं मैदान नहीं छोडूंगी.. अगस्त क्रांति दिवस..
इससे पहले भी अलका लांबा पर दिल्ली यूनिवर्सिटी कैम्पस में एक छात्र संगठन के समर्थकों ने पत्थर और अंडे फेंके थे.
https://twitter.com/LambaAlka/status/630201056824201216