पूर्व ”आप” नेता योगेन्द्र यादव रिहा, पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप

नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज अभियान के प्रमुख योगेन्द्र यादव को रिहा कर दिया गया. उन्हें दोपहर के बाद रिहा किया गया. योगेन्द्र के साथ उनके तीन समर्थकों को भी रिहा कर दिया गया है. पुलिस ने कहा यह गिरफ्तारी सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गयी थी. योगेन्द्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2015 1:34 PM
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नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज अभियान के प्रमुख योगेन्द्र यादव को रिहा कर दिया गया. उन्हें दोपहर के बाद रिहा किया गया. योगेन्द्र के साथ उनके तीन समर्थकों को भी रिहा कर दिया गया है. पुलिस ने कहा यह गिरफ्तारी सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गयी थी. योगेन्द्र कीगिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ने लगा था योगेन्द्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मेरी गिरफ्तारी रात को दो बजे की गयी लेकिन मुझे बताया नहीं गया. यहां के एसएचओ ने मुुझे थप्पड़ मारा और धक्का मुक्की यहां तक की मुझे जान से मारने की भी धमकी दी गयी.

इससे पहले आज जद यू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा है कि थाने में उनकी जान को खतरा है. यह बात उन्होंने योगेंद्र यादव के हवाले से ही कही.वहीं आप पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योगेन्द्र यादव का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को हस्तक्षेप करना चाहिए.कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर योगेंद्र यादव का समर्थन किया.

उधर योगेन्द्र समर्थकों ने आज संसद मार्ग थाने में उनसे मिलने पहुंचे आप प्रवक्ता संजय सिंह को योगेन्द्र यादव से मिलने दिए बगैर उनको धक्का देकर भगा दिया. अब योगेन्द्र यादव की गिरफ्तारी का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है. कई दलों के नेता योगेन्द्र के साथ खड़े नजर आ रहे हैं.

योगेन्द्र ने कहा, अपने हक की आवाज भी नहीं उठा सकते क्या

योगेन्द्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम तो किसानों के हित के लिए आवाज उठा रहे थे. मुझे नहीं पता कि इसे लोग इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना रहे हैं. यहां अपने हक में आवाज उठाना भी गुनाह है क्या. हमारे साथ धक्का मुक्की और मारपीट की जा रही है. एसएचओ ने हमें जान से मारने की धमकी दी. हमारी आावाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. हमें कल रात दो बजे गिरफ्तार किया गया और गिरफ्तारी की कोई जानकारी लिखित में नहीं दी गयी.

I strongly condemn the treatment metted out to Yogendraji by Delhi police. They were protesting peacefully. It is their fundamental right.

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 11, 2015

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