मोदी के इस दौरे को व्यापार एवं सुरक्षा के प्रमुख क्षेत्रों में भारत-यूएइ संबंधों को बढाने के अवसर के तौर पर देखा जा रहा है. अपने दौरे से पहले मोदी ने यूएइ को ‘मूल्यवान साझीदार’ करार देते हुए कहा कि यह संबंध दोनों देशों के बीच इस जीवंत द्विपक्षीय संबंधों का संकेत देता है कि भारत यूएइ का दूसरा सबसे बडा व्यापारिक साझेदार और यूएइ भारत का तीसरा सबसे बडा व्यापारिक साझेदार है.
* मोदी ने ट्वीट किया, कहा, UAE दौरे से काफी उम्मीदें
UAE पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ट्वीट किया. मोदी ने दौरे को काफी साकारात्मक और काफी उम्मीदों से भरी होने की संभावना जतायी है. साथ ही उन्होंने प्रिंस की एयरपोर्ट पहुंचकर स्वागत करने के लिए शुक्रिया कहा.
भारतीय कामगारों के बडे समुदाय के साथ होगी मोदी की मुलाकात
यूएइ में रहने वाले 26 लाख से अधिक भारतीयों के योगदान की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि वह यूएइ में रह रहे भारतीय कामगारों के बडे समुदाय के साथ मुलाकात करने को उत्सुक हैं. वे हर साल 13 अरब डॉलर भेज रहे हैं. अबूधाबी में प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से विस्तृत बातचीत करेंगे. यूएइ 800 अरब डॉलर के सरकारी संपत्ति कोष वाला देश है जो भारत में निवेश के मद्देनजर बहुत अहम है.प्रधानमंत्री भारत के बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेश को लेकर यूएइ को आकर्षित करने का प्रयास करते हैं. सुरक्षा क्षेत्र में भी भारत और यूएइ के बीच सहयोग की पूरी संभावना है. दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण,आपराधिक और सिविल मामलों पर परस्पर कानूनी सहयोग तथा मादक द्रव्यों की तस्करी को मुकाबला करने एवं सूचना सहयोग को लेकर संधियां और समझौते हैं. दोनों पक्ष इन क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढाने पर चर्चा कर सकते हैं.
उठ सकता है आईएसआईएस के खतरे का मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं यूएई के नेतृत्व के बीच होने वाली वार्ता में आईएसआईएस के खतरे का मुद्दा उठ सकता है. यह पूछे जाने पर कि क्या इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया :आईएसआईएस: का मुद्दा बातचीत में उठ सकता है, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यूएई आतंकी समूह को एक बडे खतरे के रुप में देखता है तथा वह इससे निबटने के लिए प्रत्येक उपाय करेगा. प्रधानमंत्री अपनी यात्रा की शुरुआत शेख जायद जामा मस्जिद जाकर करेंगे. इसे दुनिया की विशालतम मस्जिद माना जाता है.