गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस खबर के प्रकाशन के बाद मीडिया में दाउद इब्राहिम पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि दाउद का स्थायी निवास पाकिस्तान ही है और समय-समय पर वह अपना ठिकाना बदलता रहता है.
अखबार का दावा है कि दाउद पाकिस्तान में नाम बदल कर रह रहा है. उसने अपना नाम शेख दाऊद हसन शेख इब्राहिम रखा हुआ है. भारत शुरू से ही दावा करता रहा है कि दाउद को पाकिस्तान में शरण दिया गया है. लेकिन पाकिस्तान बार-बार यही कहता रहा है कि वहां दाउद नहीं है और पाकिस्तान कोई अपराधियों के छुपने का ठिकाना नहीं है. गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों ने ओसामा बिन लादेन को भी पाकिस्तान में ही घुसकर मारा था.
पाकिस्तान ना केवल दुनियाभर के आतंकवादियों का पनहगार है कि बल्कि खूंखार अपराधियों के छुपाने वाला भी एक देश बन गया है. कल होने वाली वार्ता में भारत की ओर से दाउद का मुद्दा भी पाकिस्तान के सामने उठाया जाना है. ऐसे में यह अहम जानकारी काफी काम आ सकती है. उधर पाकिस्तान लगातार वार्ता में शामिल नहीं होने के नये-नये हथकंडे अपना रहा है. अखबार के मुताबिक एनएसए स्तर की बातचीत में भारत दाऊद का मुद्दा उठाने वाला है.
दाऊद के पाकिस्तान में होने का भारत के पास पुख्ता सबूत है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक दाऊद और उसका परिवार अभी भी कराची में रहता है. सबूत के तौर पर दाऊद की पत्नी के नाम पर ये टेलीफोन बिल पेश किया गया. ये टेलीफोन बिल दाऊद की पत्नी माहजबीन शेख के नाम पर है. ये बिल इसी साल यानि अप्रैल 2015 का है. इसमें पता लिखा है – डी -13, ब्लॉक-4, कराची डेवलपमेंट अथॉरिटी, स्कीम- 5, क्लिफ्टन.
अखबार ने दावा किया है कि दाऊद के पास तीन पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं. इनमें से एक की कॉपी अखबार ने छापी है. दाऊद के नाम का ये पासपोर्ट 1996 में जारी हुआ था. इस पासपोर्ट में 1996 की दाऊद की तस्वीर दिख रही है. पासपोर्ट पर शेख दाऊद हसन शेख इब्राहिम का नाम लिखा है. यह पासपोर्ट कराची से जारी हुआ था.