नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज यहां कहा कि भारत में बच्चों के अंदर सहष्णिुता, बहुलता और दया के मूल्यों की समझ पैदा करने तथा ऐसी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित शिक्षकों की जरूरत है जिससे जाति, समुदाय और लैंगिक बंधन समाप्त हों.
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