भारत पहुंची जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, PM मोदी ने किया ट्वीट ”नमस्‍ते चांसलर मर्केल”

नयी दिल्ली : जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल 3 दिनों के दौरे पर भारत पहुंच चुकी हैं. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक वार्ता कर द्विपक्षीय संबंधों को पहले से अधिक बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. दोनों नेता व्यापार, सुरक्षा एवं रक्षा संबंधों को केंद्र में रखकर वार्ता करेंगे.... इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मर्केल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2015 8:06 PM
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नयी दिल्ली : जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल 3 दिनों के दौरे पर भारत पहुंच चुकी हैं. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक वार्ता कर द्विपक्षीय संबंधों को पहले से अधिक बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. दोनों नेता व्यापार, सुरक्षा एवं रक्षा संबंधों को केंद्र में रखकर वार्ता करेंगे.

इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मर्केल का ट्वीट कर स्‍वागत किया है. मोदी ने लिखा, नमस्ते चांसलर मार्केल! सार्थक चर्चा और भारत-जर्मनी के संबंधों को मजबूत बनाने के आपका गर्मजोशी से स्वागत.

इस वार्ता में रक्षा, सुरक्षा, शिक्षा, नवीकरणीय उर्जा, उच्च प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, रेलवे, जल और कचरा प्रबंधन, शहरी विकास एवं कृषि में गहराते द्विपक्षीय संबंधों पर जोर रहने की संभावना है. भारत और जर्मनी 2001 से ही रणनीतिक साझेदार हैं. मर्केल की तीन दिवसीय यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब मोदी ने छह महीने पहले ही जर्मनी का दौरा किया था. दोनों नेताओं के बीच शिखर सम्मेलन स्तरीय अंतर-सरकारी वार्ता से बडे नतीजे सामने आने की उम्मीद की जा रही है.

दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को उंचाई पर ले जाने के इच्छुक हैं. अपने कई कैबिनेट मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के अलावा कई जर्मनी कंपनियों के सीईओ के साथ आ रही मर्केल और मोदी की वार्ता में द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश बढ़ाने से जुड़ी बाधाएं दूर करने का प्रयास होगा. जर्मन चांसलर बता सकती हैं कि नियोजित निवेश को आगे बढाने में जर्मन उद्योगों को किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों नेता एकसमान चिंता के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं.

जर्मनी यूरोपीय संघ में भारत का सबसे बढ़ा व्यापारिक साझेदार और भारत में सातवां सबसे बड़ा निवेशक है. दोनों देशों के बीच पिछले साल करीब 15.96 अरब यूरो की वस्तुओं एवं सेवाओं का आदान-प्रदान हुआ. 2013 में यह आदान-प्रदान 16.10 अरब यूरो था. मर्केल की यात्रा से पहले जर्मन राजदूत मार्टिन नेय ने कहा कि इस वार्ता से बड़े नतीजे निकल सकते हैं और दोनों देशों के बीच अहम समझौतों पर दस्तखत किए जाने की संभावना है.

कल राष्ट्रपति भवन में मर्केल का स्वागत किया जाएगा. वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजघाट भी जाएंगी. प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले मोदी और मर्केल के बीच आमने-सामने की मुलाकात होगी. मर्केल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिलेंगी. जर्मन चांसलर और प्रधानमंत्री मोदी छह अक्तूबर को बेंगलूर जाएंगे जहां दोनों नैसकॉम की ओर से आयोजित एक व्यापारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.

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