इस पोस्टर को लेकर सुबह से ही विवाद जारी है. पुलिस ने इसे गैर कानून बताकर पोस्टर को उतार दिया था जिसके बाद शिवसैनिकों और पुलिस के बाद झड़प हुई. शिवसैनिकों ने पोस्टर को दोबारा पार्टी भवन के सामने लगा दिया है. इस पोस्टर को लेकर पुलिस और शिवसैनिकों के बीच लगातार बहस जारी है.
इस पोस्टर पर भाजपा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि शिवसेना वाले चाहते हैं कि जैसा सम्मान हम बाला साहब को देते वैसे उद्धव और आदित्य को दें तो यह उनकी भूल है. भाजपा नेता गिरीश व्यास ने कहा कि हमें यकीन है जैसा कि भाजपा नेता बाला जी के सम्मान में झुकते थे वैसे ही एक दिन आदित्य ठाकरे भी पीएम मोदी के सामने झुकेंगे.
इसी बीच, बीएमसी के सूत्रों ने कहा कि पोस्टर को अब हटा लिया गया है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के पहले दोनों दलों के बीच हुए कडवे अलगाव के बाद से ही शिवसेना के भाजपा के साथ रिश्ते बनते-बिगडते रहे हैं. दोनों दलों ने चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद मजबूरी में गठबंधन कर लिया था. गठबंधन के सहयोगियों के बीच कई मुद्दों पर विवाद होते रहे हैं. इन मुद्दों में जैतापुर के परमाणु संयंत्र से लेकर विभागों का बंटवारा तक शामिल है.
शिवसेना द्वारा पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के पुणे और मुंबई में आयोजित होने वाले समारोहों को रद्द किए जाने और भाजपा के पूर्व सदस्य सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर हाल ही में कालिख पोते जाने के कारण हिंदुत्व समर्थक इन सहयोगियों के बीच की दूरी और अधिक बढती दिखाई दे रही है. इसी बीच शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि पोस्टर को पार्टी की ओर से कोई ‘‘आधिकारिक’ समर्थन प्राप्त नहीं है. सहयोगी ने कहा, ‘‘शायद इसे शिवसेना के किसी गुस्साए कार्यकर्ता ने लगाया है.’
वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री रामदास कदम ने कहा है कि भाजपा के मुंबई प्रमुख आशिष शेलर के कारण भाजपा और शिवसेना के बीच खटास बढी है. मंगलवार को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों की वकालत करने संबंधी टिप्पणी के लिए भाजपा के महाराष्ट्र प्रमुख राणासाहेब दाणवे को आडे हाथ लेते हुए शिवसेना नेता रामदास कदम ने कहा कि दाणवे को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी उनके विचारों का समर्थन करते हैं. राज्य के पर्यावरण मंत्री कदम ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि दाणवे को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रुप में मोदी के पाकिस्तान के रुख के बारे में उनके पुराने भाषणों को देखना चाहिए.