केजरीवाल ने ट्वीट करके वीके सिंह पर हमला किया है और कहा है कि वीके सिंह का बयान शर्मनाक है. आज दशहरा है. अगर मोदी जी सचमुच दशहरा मनाते हैं तो उन्हें अपने कैबिनेट से बुराई और अहंकार का खात्मा कर देना चाहिए. उन्हें आज शाम तक कैबिनेट से वीके सिंह को निकाल बाहर करना चाहिए. वहीं वीके सिंह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है.
आपको बता दें कि फरीदाबाद में दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना पर विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने एक विवादित बयान दिया है जिसके बाद वह एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. उन्होंने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि यदि कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है. केंद्र सरकार का दलित बच्चों की मौत से कुछ लेना-देना नहीं है. वहीं, बीजेपी ने वीके सिंह के इस बयान से किनारा कर लिया है.
इसी बीच आज सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पीडित परिवार से मुलाकात कर उनके दर्द को साझा किया. पीडित परिवार से मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि राज्य में ऐसी घटना अब दोबारा नहीं होगी. घटना की जांच सीबीआई को सौंप दी गयी है जल्द ही सारी बातें सामने आ जायेंगी.
गौरतलब है कि विपक्ष तथा सहयोगी लोजपा के निशाने पर आने के बाद राज्य सरकार ने बुधवार को घटना की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है. इस घटना में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी जिसके बाद गांव के लोगों ने हाईवे जाम करके घटना का विरोध किया था. बुधवार को कई नेता सुनपेड़ गांव पहुंचे और पीडित परिवार से मिले. इनमें से मुख्य रूप से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और माकपा नेता वृंदा करात शामिल हैं. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री का यहां बुधवार को ही आने का कार्यक्रम था लेकिन कुछ कारण से इसे टाल दिया गया था.
उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद के सुनपेड़ गांव में एक दलित परिवार को जलाने की घटना हुई, जिसमें दो मासूम बच्चों की मौत हो गई.