हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या पर राजनीति तो खूब हो रही है लेकिन रोहित की मानसिक स्थिति इस स्तर तक कैसे पहुंच गयी कि उसने आत्महत्या का फैसला ले लिया. रोहित के अंतिम खत से पहले भी उसने एक खत वीसी को लिखा था. उसमें उसकी मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता था. आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक वैज्ञानिक की तरह सोच रखने वाला इंसान आत्महत्या के ख्याल को दबा नहीं पाया. आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला.
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