अनवर ने कहा, ‘गृह विभाग शांति स्थापित करने और बनाए रखने के अपने कर्तव्य का पालन करने के बजाए शिक्षित युवाओं को गलत तरीके से फंसा रहा है और उन्हें आतंकवादी बता रहा है.’ उन्होंने कहा कि मीडिया को ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे के असल अर्थ को सामने लाना चाहिए. अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष श्रीपाल सबनीस ने इस अवसर पर कहा, ‘जो लोग राजनीतिक हित साधने के लिए लोगों के बीच गलतफहमियां पैदा कर रहे हैं और नफरत फैला रहे हैं, उन्हें ऐसा करने से बाज आना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘इस्लाम के अनुसार जिहाद का मतलब व्यक्ति की इंद्रियों को काबू करने के लिए आत्म संयम और हृदय को पवित्र करने से है और इसका आतंकवाद से कोई लेना देना नहीं है.’ सबनीस ने कहा, ‘भारत के असल शत्रु वे कट्टरपंथी हैं जो ऐश की एकता, अखंडता और शांति को नुकसान पहुंचा रहे हैं.’ आर्य समाज के नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि लोग अखंड भारत के बारे में बात करने वाले लोगों को सुनना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘यदि जिहाद की आवश्यकता है, तो यह गरीबी और असमानता के खिलाफ होना चाहिए.’ अग्निवेश ने उन लोगों को चुनौती दी जो स्वतंत्रता संग्राम में आर्य समाज के योगदान पर प्रश्न उठाते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मुझे आरएसएस के एक भी व्यक्ति का नाम बताइये जो ब्रिटेन के खिलाफ लडते हुए कुर्बान हुआ हो. इस्लाम का पालन करने वाले ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने हमारे देश की स्वतंत्रता में योगदान दिया.’ उन्होंने कहा, ‘मद्यपान, नशीले पदार्थों और शिशु हत्या के खिलाफ जिहाद होना चाहिए. धार्मिक कट्टरता देश को नुकसान पहुंचा रही है, जिसके बारे में बात नहीं की जा रही.’