इस मामले को लेकर आज अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ में एक खबर छपी है जिसमें कहा गया है कि महिषासुर दिवस के कार्यक्रम में भाजपा सांसद उदित राज भी शिरकत कर चुके हैं लेकिन उस वक्त वे भाजपा में नहीं थे. दिल्ली से भाजपा के सांसद उदित राज अक्टूबर 2013 में महिषासुर दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. अखबार के मुताबिक उदित राज ने महिषासुर दिवस कार्यक्रम में शामिल होने की बात मानी भी है. आपको बता दें कि 2013 में उदित राज भाजपा में नहीं थे, 2014 में उन्होंने पार्टी का दामन थामा है.
एक टीवी चैनल से बात करते हुए भाजपा सांसद उदित राज ने कहा कि मैं अंबेडकर के विचारों का अनुयायी हूं. अंबेडकर के विचारों के प्रचार के लिए 2013 में महिषासुर शहादत दिवस कार्यक्रम में मैंने शिरकत की थी. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने महिषासुर को हीरो माना था. उन्होंने महिषासुर को दलितों का नायक कहा था, मैं महिषासुर को शहीद मानता हूं.
उदित राज ने कहा कि मैं कार्यक्रम में अपनी बात कहने गया था. अगर किसी ने दुर्गा मां का अपमान किया है तो उससे पूछा जाए. मेरा उससे कुछ भी लेना-देना नहीं है. बीजेपी सांसद उदित राज ने कहा कि मैं उस वक्त बीजेपी में नहीं था.