ऐसे पहले सांसद हैं अनिल सहनी
बिहार से सांसद साहनी राज्य सभा से कथित तौर पर ऐसे पहले सांसद हैं जिन्हें सभापति से इस सिलसिले में मंजूरी मिलने के बाद सीबीआई अभियोजित करेगी. सीबीआई ने साहनी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर आरोप लगाया है कि अन्य लोगों के साथ साजिश रच कर उन्होंने फर्जी ई टिकट और फर्जी बोर्डिंग पास का इस्तेमाल कर राज्यसभा से 23.71 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. वास्तविक यात्रा के बगैर उन्होंने यात्रा एवं महंगाई भत्ता लिया.
2018 को हो रहा कार्यकाल पूरा
राज्यसभा में सहनी का कार्यकाल अप्रैल 2018 में पूरा हो रहा है. आरोपपत्र में सहनी के साथ नामजद अन्य लोगों में दिल्ली आधारित एयर क्रूज ट्रैवल प्रा लि. के कर्मचारी अनूप सिंह पंवार, एयर इंडिया के तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक ट्रैफिक एनएस नायर और अरविंद तिवारी शामिल हैं.
सांसद ने कहा- साजिश
इस मामले में जदयू के सांसद अनिल सहनी का कहना है कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए यह भाजपा सरकार की राजनीतिक साजिश है. गौरतलब है कि सभी सांसदों राज्य सभा और लोकसभा दोनों के को साल में अपने लिए, अपने परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र की घरेलू यात्रा के लिए 34 मुफ्त हवाई टिकट मिलता है.