मालूम हो कि खडसे इन दिनों बागी तेवर अपनाये हुएहै. बुधवार की शाम एक चुनावी सभा में खडसे ने कहा था कि यदि उन्होंने मुंह खोला तो देश हिल जायेगा. दावा करते हुए उन्होंने कहा, भले ही मैंने अपने खिलाफ आरोपों के चलते इस्तीफा दे दिया है, लेकिन मुंह खोला तो पूरो देश हिल जायेगा.
खडसे के समर्थन में उतरी शिवसेना ने शुक्रवार को संपादकीय लेख में पूर्व मंत्री को सच्चा देशभक्तबतातेहुए लिखा है, खडसे पर कई आरोप लगे हैं, लेकिन उन पर लगा दाऊद से संबंध का आरोप मानने लायक नहीं है. यह उनकी देशभक्ति पर ही कलंक लगाने जैसा मामला है. उन पर अन्याय किया गया है.
संपादकीय में पार्टी नेआगे लिखा है, जलगांव के कार्यकर्ता सम्मेलन में खडसे से अपना मन हल्का किया. खडसे ने जिस तरह की चेतावनी दी है, उसे देखते हुए भविष्य में यदि छोटा महाभारत घटित होता है तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. फड़नवीस सरकार पर निशाना साधते हुएपार्टी ने लिखा है, शिवसेना का मुख्यमंत्री होता तो खडसे की पीठ में इस तरह का वार संभवत नहीं हुआ होता. क्योंकि पीठ पर वार करने वालों की औलाद शिवसेना नहीं है.