संयुक्त राष्ट्र : रोहतक में एक दलित युवती के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा से जुडी ‘‘क्षमा की घृणित संस्कृति” की निंदा की है और इस ‘‘क्रूरता” को खत्म करने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है. यूनिसेफ की प्रमुख लैंगिक सलाहकार अंजू मल्होत्रा ने कल एक बयान में कहा, ‘‘भारत में दलित युवती के साथ उन्हीं पांच पुरुषों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया जाना, जिनमें से दो ने तीन साल पहले उसके साथ बलात्कार किया था. दरअसल लडकियों और महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा से जुडी माफी की घृणित संस्कृति को रेखांकित करता है.”
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