कश्मीर पर बासित का बयान अक्षम्य, भारत की जमीन पर रहने का नहीं अधिकार : आरएसएस

नयी दिल्ली : पाकिस्तानीउच्चायुक्तअब्दुल बासितने रविवारकोयहांएक भड़काऊ संदेश में कहा कि वह अपने स्वतंत्रता दिवस को कश्मीर की ‘आजादी’ के लिए समर्पित करता है और वह राज्य की जनता को कूटनीतिक, राजनीतिक और भावनात्मक स्तर पर पूरा समर्थन देेता रहेगा. बासित के कश्मीर पर दिये इस बयान पर देशभर से विरोध के स्वर सुनाई दे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2016 3:00 PM
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नयी दिल्ली : पाकिस्तानीउच्चायुक्तअब्दुल बासितने रविवारकोयहांएक भड़काऊ संदेश में कहा कि वह अपने स्वतंत्रता दिवस को कश्मीर की ‘आजादी’ के लिए समर्पित करता है और वह राज्य की जनता को कूटनीतिक, राजनीतिक और भावनात्मक स्तर पर पूरा समर्थन देेता रहेगा. बासित के कश्मीर पर दिये इस बयान पर देशभर से विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं. इन सबके बीच आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने कहाकि पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने अपने दिये बयान सेयह साबित कर दिया है कि वह राजदूत नहीं, वह जिहादियों के भारत में प्रतिनिधि हैंऔर एेसे प्रतिनिधि को भारत की जमीन पर एक क्षण भी रहने का अधिकार नहीं है.

राकेश सिन्हा ने कहा है कि बासित ने कश्मीर पर जो बयान दिया है वो अक्षम्य है. यदि उन्हें वापस नहीं भेजा गया तो इसका साफ संदेश उन अलगाववादियों को जायेगा कि भारत सब चीजों को सहन करने के लिए तैयार है. हम अपनी एकता और अखंडता को किसी प्रकार से सहन नहीं करेंगे.

मालूम हो कि नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में देश के स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन के मौके पर भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने ये टिप्पणियां की हैं. भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के कश्मीर पर दिये विवादित बयान पर सभी दलों ने कड़ा एतराज जताया है. सभी दलों ने एक सुर में पाकिस्तान की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान बौखलाहट में ऐसे बयान दे रहा है लेकिन उसके मंसूबे ऐसे बयान देकर कभी कामयाब नहीं होंगे.

वहीं, शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने भी अब्दुल बासित को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, ऐसा व्यक्ति जो दिल्ली में बैठकर कश्मीर तोड़ने की बात करता है तो उसको तुरंत इस्लामाबाद भेज देना चाहिए. दिल्ली-मुबंई के पाक ऑफिसों में ताला लगा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाक कोई देश नहीं है वो आतंकियों का गढ़ है. उनका कोई स्वतंत्रता दिवस नहीं होता है. दोनो देशों के बीच बातचीत से कोई फायदा नहीं होगा. ये अच्छी बात है कि पीओके में भारत की जय के नारे लगते हैं. हम इसका स्वागत करते हैं.

मालूम हो कि भारत ने कल जम्मू-कश्मीर पर बातचीत के पाकिस्तान के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए पाक-समर्थित सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने की मांग उठायी थी. बासित की टिप्पणियां ऐसे समय आयी हैं जब पाकिस्तानी बलों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम का उल्लंघन किया है.

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