नयी दिल्ली : दिल्ली के उप-राज्यपाल नजीब जंग ने अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से फैसले लेने में हुई ‘‘गलतियों और अनियमितताओं” वाली करीब 400 फाइलों की जांच के लिए तीन सदस्यों की एक समिति का आज गठन किया.
उप-राज्यपाल द्वारा गठित समिति में देश के पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) वी के शुंगलू, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एन गोपालस्वामी और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) प्रदीप कुमार शामिल होंगे. दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अपने एक फैसले में उप-राज्यपाल को ही दिल्ली का प्रशासनिक प्रमुख करार दिए जाने के बाद इस समिति का गठन किया गया है.
समिति से कहा गया है कि वह अपनी पहली बैठक के छह हफ्तों के भीतर अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपे. उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उप-राज्यपाल के कहने पर दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों ने उन्हें अपनी फाइलें सौंपी है. अधिकार क्षेत्र के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार और उप-राज्यपाल के बीच तकरार कई बार खुलकर सामने आ चुकी है. उप-राज्यपाल कार्यालय ने कहा कि समिति से फैसले लेने की प्रक्रिया में हुई त्रुटियों की जांच करने और यदि कोई त्रुटि हो तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जिम्मेदारी, दीवानी और फौजदारी, तय करने के लिए कहा गया है.
उच्च न्यायालय के फैसले के बाद दिल्ली सरकार के प्रमुख सचिवों और विभागाध्यक्षों को उप-राज्यपाल की ओर से निर्देश दिया गया कि वे ऐसे मामलों की समीक्षा करें, जिनमें नियमों के मुताबिक उनकी पूर्व अनुमति जरुरी थी, लेकिन यह मंजूरी हासिल नहीं की गई. इसके बाद, जंग की मंजूरी के लिए करीब 400 फाइलें उप-राज्यपाल सचिवालय भेजी गईं और कुछ अन्य फाइलों का इंतजार है.
Agni Prime Missile : पहली बार रेल लॉन्चर से परीक्षण, मिसाइल भेद सकती है 2,000 किलोमीटर तक के टारगेट को
Watch Video: पानी में डूबे घर, टूटी सड़कें, उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही का नया वीडियो आया सामने
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में कुदरत का कहर, अब तक 4 की मौत, सीएम धामी ने नुकसान का लिया जायजा
Heavy Rain Warning: अगले 3 से 4 घंटों के दौरान हिमाचल में भयंकर बारिश की संभावना, IMD अलर्ट जारी