नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएनएन..न्यूज 18 चैनल को दिये इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने हरियाणा में लैंड डील के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों का भी जवाब दिया. प्रधानमंत्री ने काला धन, कश्मीर जैसे अहम मुद्दे पर भी अपनी बात रखी जिस पर विरोधी उन्हें हमेशा घेरते आये हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव पर भी मोदी ने अपने विचार रखे. पढ़िये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा इंटरव्यू
अब तक के सफर पर क्या बोले पीएम
आजाद भारत का यह सबसे बड़ा रिफार्म है. इससे बड़ा बदलाव आयेगा. हमारे देश में बहुत कम लोग टैक्स देते हैं. कुछ लोगों के मन में देशभक्ति की भावना है कुछ के मन में नियम के चलने का संकल्प है तो कुछ को डर है इसलिए देते हैं. ज्यादातर लोग लंबी प्रक्रिया के कारण नहीं देते. इसकी सरलता से लोग टैक्स देने के लिए आगे आयेंगे. होटल में खाने का बिल टैक्स से कम होता था. व्हाट्सएप पर बहुत से लोग इसे शेयर करते हैं इससे मदद मिलेगी की वो सब निकल जायेगा.
जातिवाद से देश बर्बाद हो रहा है
देश की जनता को भरोसा है कि हमारा लक्ष्य विकास है. कुछ लोग है जो परेशान है. जहां तक कुछ घटनाओं का सवाल है मैं मानता हूं कि यह शोभा नहीं देता. लॉ एंड आर्डर राज्य का विषय है. इन चीजों को मोदी के गले मढ़ने की कोशिश की जा रही है. अगर आकड़ों से इसे देखें तो पिछली सरकार की तुलना में यह कम है. मुद्दा ये नहीं है कि पिछली बार क्या हुआ और अब क्या हो रहा है. हजारों साल का पुराना समाज है इसमें विकृतियां आयी है. इनसे समाज को बाहर निकालने की कोशिश करनी होगी. इसकी जड़े पुरानी है. ऐसे सवालों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. भाजपा में दलित आदिवासी सांसदों की संख्या ज्यादा है. दुनिया के 102 देशों में बाबा साहेब की जयंती मनायी गयी. सदन में बाबा साहेब के जीवन पर चर्चा हुई. जातिवाद से देश बर्बाद हो रहा है. समाजिक समस्या को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए.
ऐसे बहुत से लोग हैं जो देश के बाहर रहते हैं. वो भारत पर गहरी नजर रखते हैं. देखते हैं कि देश में क्या हो रहा है. उनके मन में भी देश के लिए कुछ ना कुछ करने का इरादा है. ऐसे लोग भारत को सही तरीके से दूसरी जगह रख सकते हैं. मेरी इस कोशिश का लाभ
मिल रहा है.
हर चीज को चुनाव से जोड़ दिया जाता हैमुझे इस बात का दुख है कि हर चीज को लोग राजनीति से जोड़ देते हैं और कुछ लोगों के मन से राजनीति जाती ही नहीं. हमारे देश में कहीं ना कहीं चुनाव चलते रहते हैं. जितना जल्दी हम देश को चुनाव चलाने से जोड़ कर रखते हैं उससे ज्यादा नुकसान होता है. मैं तो देख रहा हूं जितने दिनों दूसरी पार्टियां चुनाव लड़ रही है ज्यादातर मानती है कि क्यों ना एक वक्त में ही विधानसभा और लोकसभा के चुनाव हो जाएं. इस पर व्यापक चर्चा हो. इसे लोकतांत्रित तरीके से ही किया जा सकता है. आने वाले समय में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है. इनमें से यूपी में भी चुनाव होने वाले हैं. भाजपा विकास के मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ती है हम उसे ही लेकर आगें बढ़ेंगे. जातिवाद के जहर औऱ संप्रदाय के वोट बैंक ने काफी नुकसान किया.पिछले लोकसभा के चुनाव में ऐसा नहीं था. समाज के हर तबके ने मिलकर एक बहुमत की सरकार बनायी. एक बहुत बड़ा तबका उस ओर मुड़ चुका है. संभव है कि यूपी में ऐसे लोग आगे आयें.
भ्रष्टाचार पर क्या बोले पीएम
हाईलेवर पर भ्रष्टाचार कम है. बहुत सारे ऐसे फैसले लिये गये है जिसने भ्रष्टाचार की संभावनाओं को ही खत्म कर दिया. गैस सब्सिडी पर लिया गया फैसला, कैरोसीन को लेकर भी हमने चंडीगढ़ में वैसे लोगों को लेने से रोक लगा दी जिनके पास गैस है उन्हें कैरोसिन की जरूत नहीं. यूरिया के लिए किसानोंको लाठी खाना पड़ता था. इन दिनों यूरिया को कमी को लेकर कोई खबर नहीं है. हमने यूरिया की ब्लैकमार्केटिंग बंद करायी. अगर हम टेक्नोलॉजी, नीति आधारित काम करेंगे तो भ्रष्टाचार हर स्तर पर खत्म होगा. मैं अगर उपहास का शिकार होता हूं तो इसकी मुझे चिंता नहीं होती. कई लोग इस सूची में जिनका मजाक उड़ा गया. बाबा साहेब, देवगौड़ा जैसे कई लोग हैं जिनकी कमियां का मजाक उड़ा गया है.
मै जो भी हूं उसमें मीडिया का अहम योगदान हैमेरी कोशिश रहती है कि मैं अपना काम करूं. मीडिया को मसाला नहीं देता इसलिए उन्हें शिकायत होती है. मीडिया से मेरा पुराना रिश्ता है. आज ऐसे कई लोग है जिनके साथ मैंने चाय पी है गप्पे मारी है. मीडिया अपना काम करता है करता रहे. सरकार के कामकाज का कठोर से कठोर विशलेषण होना चाहिए. आलोचना होनी चाहिए. इसके बिना लोकतंत्र नहीं चल सकता. इसके लिए आपको रिसर्च करना होगा लेकिन इसके लिए उनके पास समय ही नहीं है. तथ्यों के आधार पर आलोचना करे इससे देश का भला होगा.
वर्तमान में जीने वाला इतिहास की चिंता क्यों करे
हमारे देश का दुर्भाग्य रहा है कि सरकारों ने अपनी छवि बनाने की पूरी कोशिश की. सभी लोगों ने अपनी छवि बनाने की पूरी कोशिश की. काश देश की छवि के लिए काम किया होता. सवा सौ करोड़ देशवासियों की तरह एक मोदी होगा ऐसी ही मेरी पहचान हो. इससे बड़ा जीवन का आनंद क्या होगा यही खुशी होगी.