प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के पीछे ‘आप’ के साथ कनेक्शन का कोई हाथ नहीं है. मेरे इस्तीफे का केजरीवाल जी से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा मुझसे बादल का प्रचार कराना चाहती थी, लेकिन मैं यह नहीं चाहता था, जिसके कारण मैंने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्हें अमृतसर से निकालने की साजिश की गयी.
इस मौके पर सिद्धू ने केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि यह मुझे अपने साथ रखना तो चाहते थे, लेकिन डेकोरेशन पीस बनाकर ही. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मुझसे कहा कि मैं चुनाव ना लड़ू, हां अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा सकता हूं. लेकिन मैं पंजाब की सेवा करना चाहता हूं मैं चार बार सांसद रहा हूं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को हां में हां मिलाने वाला आदमी चाहिए जो मैं नहीं हूं.
भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाकर 12 जुलाई को पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता त्याग करने वाले सिद्धू ने आज अपनी नयी पार्टी ‘ आवाज-ए-पंजाब’ की औपचारिक घोषणा की. उन्होंने कहा कि मैं पंजाब की सेवा करना चाहता हूं, लेकिन मुझे चुनाव लड़ने से रोका गया. इस मौके पर उनके साथ पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह और बैस बंधु भी थे.
क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने भाजपा की सदस्यता छोड़ते वक्त कहा था कि उन्हें पंजाब से दूर रहने के लिए कहा गया था, जो संभव नहीं . जब वे भाजपा से अलग हुए तो ऐसी अटकलें लगायी जा रही थी कि वह आम आदमी पार्टी के साथ जायेंगे, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी. सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने अपने फेसबुक पेज पर ‘आवाज ए पंजाब का पोस्टर रिलीज कर यह साफ कर दिया है कि सिद्धू अपने दम पर पार्टी बनायेंगे.