सो रहे आदमी के मुंह में घुसी नागिन, चबाकर निगल गया नागिन का फन

नयी दिल्ली : सांप के द्वारा इंसानों को काटने की कई घटनाए आपने सुनी होगी लेकिन किसी इंसान के द्वारा सांप को काटकर खाने की घटना यदा कदा ही सुनने को मिलती है. ऐसी ही हैरान करने वाली घटना इंदौर में घटी, जहां नशे में धुत एक युवक ने मुंह में घुसी नागिन को ना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2016 9:56 AM
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नयी दिल्ली : सांप के द्वारा इंसानों को काटने की कई घटनाए आपने सुनी होगी लेकिन किसी इंसान के द्वारा सांप को काटकर खाने की घटना यदा कदा ही सुनने को मिलती है. ऐसी ही हैरान करने वाली घटना इंदौर में घटी, जहां नशे में धुत एक युवक ने मुंह में घुसी नागिन को ना केवल काटा, बल्कि उसके फन को निगल भी गया. पुलिस के अनुसार 28 वर्षीय विनोद सूर्यवंशी बुधवार को नशे में धुत होकर गौरीनगर स्थित अपने घर लौटा. अत्यधिक नशे में होने के कारण वह कमरे में पहुंचते ही सो गया. सोते समय उसका मुंह खुला हुआ था. इतने में एक नागिन उसके मुंह में घुस गई. युवक को जैसे ही मुंह में किसी चीज के घुसने का एहसास हुआ, वह उस चीज को चबा गया जो नागिन का फन था. चबाने के बाद युवक ने नागिन के कटे फन को निगल भी लिया.

इसके बाद नागिन की मौत हो गई. बाद में जब युवक की मां कमरे में आई तो युवक के मुंह पर खून लगा देखा और बगल में गिना सिर के एक मरी हुई नागिन देखी. मां आनन-फानन में युवक को पास के एक तांत्रिक के पास ले गई जहां उसके नमक मिला पानी पिलाया गया. पानी पीने के बाद युवक ने उल्टी की और नागिन का कटा हुआ सर बाहर निकल गया. उसके बाद युवक को अस्पताल ले जाया गया. वहां चिकित्सकों ने उपचार के बाद उसे स्वस्‍थ्‍य घोषित कर दिया.

पूरी कहानी विनोद सूर्यवंशी की जुबानी

मैंने काफी शराब पी रखी थी. नशे में धुत होकर गौरीनगर स्थित अपने घर लौटा. नशे में होने के कारण मैं कमरे में पहुंचते ही सो गया, इस दौरान शायद मेरा मुंह खुला हुआ था. कुछ ही देर में मेरे मुंह में कुछ गिरा. पहले तो मैं झल्लाया, लेकिन नशे की हालत में मुझे कुछ समझ नहीं आया. मैंने बस अपने दांतों से उस चीज को काट लिया और उसे निगलकर वापस गहरी नींद में चला गया. थोड़ी देर बाद मुझे मेरी मां रामप्यारी बाई की चीखें सुनाई दी तो मैं हड़बड़ाकर उठ गया. आंखें खोलने पर मुझे अपनी मां का घबराया हुआ चेहरा दिखा, जो अपने हाथ से जमीन की ओर इशारा कर रही थी.

जमीन पर नागिन का आधा कटा हुआ शरीर पड़ा था, जो तड़प रहा था. अब मुझे पूरा माजरा समझ आ चुका था. मेरी मां मुझे लेकर तुरंत पास के एक बाबा के पास गई. बाबा ने झाड़-फूंक किया, धागा बांधा और नमक चाटने को दिया, जिससे मुझे उल्टी हुई और नागिन का मुंह बाहर आ गया. बाबा ने डाक्‍टर के पास जाने की सलाह दी. फिर मेरे करीबी मुझे अस्पताल लेकर आ गये और डाक्टरों ने कुछ चेक किया और इंजेक्शन लगाया. मैं अब ठीक हूं.

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