सोमवार को दूसरे समूह ने एक मामला सुलझाने का प्रलोभन देकर पीडित सुखचैन सिंह और उसके दोस्तों को बुलाया. मनसा के एसएसपी मुखविंदर सिंह ने आज बताया, ‘‘सोमवार रात में उन्होंने सुखचैन और उसके दोस्तों पर धारदार हथियारों से हमला किया. हालांकि सुखचैन के दोस्त भागने में सफल रहे. दूसरे समूह ने धारदार हथियार से सुखचैन की बेरहमी से हत्या कर दी.’ पुलिस ने बताया कि एक आरोपी बलवीर के घर से उसका शव बरामद किया गया.
सुखचैन के शव पर जख्म के निशान हैं और उसके पैर भी कटे हुए मिले है. पुलिस ने बताया कि गायब अंग का पता लगाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. एसएसपी ने बताया कि आरोपी को पकडने के लिए पुलिस अधिकारियों की एक टीम गठित की गयी है. उन्होंने बताया, ‘‘हमने छह आरोपियों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया है और हम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेंगे.’
आरोपियों की पहचान बलबीर सिंह, हरदीप सिंह, अमनदीप सिंह, साधु सिंह, बाबरिक सिंह और सीता सिंह के रुप में की गयी है. इस बीच, पीडित के परिवार ने कटा हुआ पांव नहीं मिलने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है. राज्य में पिछले साल भी ऐसी ही एक घटना हुयी थी. पिछले साल फाजिल्का के अबोहर में एक दलित भीम टांक और उसके दोस्त गुरजंत सिंह पर धारदार हथियार से कथित तौर पर हमला किया गया था. भीम के अंग कटे हुये थे और अस्पताल में बाद में उसकी मौत हो गयी थी.