इसके बाद उन्होंने देश के प्रति बलिदान करने वाले अमर शहीदों के प्रति श्रद्धा-सुमन भी अर्पित किये. शौर्य स्मारक में विभिन्न विथिकाओं में शहीदों और उनकी गाथाओं जिक्र किया गया है ताकि जनता विशेषकर युवा वर्ग राष्ट्रप्रेम और सीमा पर देश की रक्षा के लिये जान देने वाले शहीद सैनिकों के त्याग और पराक्रम से परिचित हो सकें. प्रधानमंत्री ने अमर शहीदों की स्मृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये निर्मित 62 फीट ऊंचे शौर्य स्तम्भ का भी लोकार्पण किया. मोदी ने शौर्य स्मारक स्थित संग्रहालय शौर्य वीथी का भी अवलोकन किया.
मुख्यमंत्री चौहान ने दी शौर्य स्मारक के प्रादर्शों की जानकारी दी
मुख्यमंत्री चौहान ने शौर्य स्मारक सहित शौर्य वीथी में लगे चित्रों तथा सेना द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले विभिन्न उपकरणों एवं सामग्रियों के प्रादर्शों की जानकारी दी. शौर्य वीथी शहीदों के बलिदान और शौर्य की विषयगत तस्वीरों को प्रदर्शित करती है. इसमें महाभारत में उद्घृत शौर्य की परिभाषा से लेकर प्रागैतिहासिक काल एवं 1999 के कारगिल युद्ध तक की घटनाओं का चित्रण है. शौर्य परिभाषित हिन्दी के प्रमुख कवियों की रचनाओं का भी प्रदर्शन है.
वीथी में सेना के कमाण्डर इन चीफ के रूप में अब तक पदस्थ भारत के राष्ट्रपति के चित्र भी प्रदर्शित किये गये हैं. वीथी में जल, थल एवं वायु सेना के सेनाध्यक्षों, सेना के विभिन्न रेजीमेंट के ध्वजों, राष्ट्र-ध्वज तिरंगे के इतिहास का चित्रण और भारतीय सेना के बंकर के सजीव दृश्य की प्रस्तुति (डायरोमा) की गयी है.
शौर्य स्मारक में इनका है चित्रण
वीथी में 1947 का भारत-पाकिस्तान बंटवारा, वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध, वर्ष 1965 और वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध एवं सेना की शांतिकालीन गतिविधियों का सजीव चित्रण किया गया है. शून्य डिग्री तापमान पर सियाचिन पर तैनात सेना का प्रस्तुतिकरण अद्भुत है. परमवीर चक्र एवं महावीर चक्र से सम्मानित भारतीय सैनिकों की शौर्य गाथा को रेखांकित करती हुई थीमेटिक पेंटिंग्स दर्शकों को स्वमेव आकर्षित एवं रोमांचित करती हैं.
वीथी में विभिन्न सेना मेडल, युद्धपोत, टैंक और रायफलों का भी प्रदर्शन किया गया है. शौर्य स्मारक के लोकार्पण के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, केंद्रीय पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह, प्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश के मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, और सैन्य अधिकारी उपस्थित थे.