चौहान ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है, इसमें किसी बाहरी शक्ति के शामिल होने की भी आशंका जतायी जा रही है, इसलिए हमने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया है कि वे इस कांड की एनआईए से जांच करायें और उन्होंने हमारी मांग मान ली है. गौरतलब है कि इस मामले में अबतक चार अधिकारियों को निलंबित किया गया है.
आज सुबह ही आठों आतंकी जेल से फरार हुए थे उसके बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया था और पूरी मुस्तैदी से छापामारी की जा रही थी. उसी दौरान यह मुठभेड़ हुआ और सभी आतंकी मार गिराये गये हैं.मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए आईजी योगेश चौधरी ने बताया कि हमने आठों आतंकियों की जानकारी प्राप्त कर ली थी, हम वहां पहुंचें, तो आतंकियों ने फायरिंग की जवाब में हमने भी फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में ही सभी आतंकी मारे गये हैं.
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले को लेकर काफी गंभीर हो गये थे और उन्होंने उच्चस्तरीय बैठक भी बुलायी थी.
उन्होंने कहा कि जैसी लापरवाही जेल में हुई है वह राष्ट्रद्रोह के बराबर का है. उन्होंने मीटिंग के बाद कहा कि हमने डीआई जेल को सस्पेंड कर दिया है. एडीजी जेल को पहले ही हटाया जा चुका है. हम इस मामले को काफी गंभीरता से ले रहे हैं, जेल के चार अधिकारी को हटाया जा चुका है.
गौरतलब है कि आज तड़के भोपाल सेंट्रल जेल से प्रतिबंधित संगठन सिमी के आठ आतंकी हेड कांस्टेबल की हत्या कर जेल से फरार होने में कामयाब रहे थे. उन्होंने चादर से रस्सी बनायी और उसी की सहायता से जेल की दीवार फांदकर भाग गये थे. फरार होने वाले आतंकियों में शेख मुजीब, माजिद खालिद, अकील खिलची, जाकिर, सलीख महबूब और अमजद शामिल थे.