पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के सामने चुनौतियां हैं, लेकिन हम मिलकर उनसे निपटेंगे. पाकिस्तान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ चुप रहना इसे और आतंक के आकाओं को बढ़ावा देता है. हमें मिलकर इससे लड़ना होगा. आतंकवाद के खिलाफ मिलकर इच्छाशक्ति दिखानी होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान और वहां के लोगों की भलाई के लिए भारत हमेशा साथ है. हम एयर ट्रांसपॉर्ट कॉरिडोर से अफगानिस्तान और भारत को जोड़ने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि काबुल में पार्ल्यामेंट बिल्डिंग हमारी अफगानिस्तान के लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता को दिखाती है.
हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में प्रतिनिधियों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
इससे पहले पीएम मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई. हार्ट ऑफ एशिया के औपचारिक उद्घाटन समारोह में अपने विचार रखते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी ने कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय समझौता हमारे लिए महत्वपूर्ण है. कार्गो एयर कॉरिडोर जल्द शुरू किया जाएगा, जो अफगानों के लिए बाजार के नए रास्ते खोलने में मददगार साबित होगा.
गनी ने कहा कि आर्थिक मदद के लिए भारत का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. हार्ट ऑफ एशिया में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी ने सभी राष्ट्रों को उनके समर्पण व सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. गनी ने कहा कि अफगानिस्तान को गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है. इंडो-अफगान समझौते सशक्त हैं और भारत ने बिना शर्त के हमारा समर्थन किया है.
अशरफ गनी ने पीएम मोदी के लिए कहा कि आपके शब्दों ने अफगान के लोगों को दो राष्ट्रों के बीच की दोस्ती, ऐतिहासिक रिश्तों का भरोसा दिलाया है. भारत, अफगानिस्तान और ईरान को जुड़े रहने के लिए चाबहार प्रॉजेक्ट बहुत महत्वपूर्ण है.