जयललिता: फिल्म से राजनीति में आयीं, संघर्ष के बल पर छा गयीं
नयी दिल्ली : जयललिता के घर का नाम कोमलवल्ली था. उनका जन्म 24 फरवरी, 1948 को मैसूर में मांडया जिले के पांडवपुरा तालुक के मेलुरकोट गाव में वेदावल्ली और जयराम के घर हुआ था. उनके परिवार का संबंध मैसूर के राजसी खानदान से था. उनके दादाजी मैसूर दरबार में शाही चिकित्सक थे और उन्होंने अपने […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2016 7:18 AM
नयी दिल्ली : जयललिता के घर का नाम कोमलवल्ली था. उनका जन्म 24 फरवरी, 1948 को मैसूर में मांडया जिले के पांडवपुरा तालुक के मेलुरकोट गाव में वेदावल्ली और जयराम के घर हुआ था. उनके परिवार का संबंध मैसूर के राजसी खानदान से था. उनके दादाजी मैसूर दरबार में शाही चिकित्सक थे और उन्होंने अपने परिजनों के नाम के प्रारंभ में ‘जय’ शब्द लगाना प्रचलित किया था, ताकि लोगों को यह ज्ञात हो कि उनका सामाजिक संबंध मैसूर के राजा जयचमारराजेंद्र वोडेयार से है. जयललिता जब मात्र दो वर्ष की थीं, तब उनके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद वे अपनी माता और नाना-नानी के साथ रहने बेंगलुरु आ गयी थीं.
बचपन से मेधावी
बेंगलुरु में जयललिता की अपनी प्रारंभिक शिक्षा चर्च पार्क कॉन्वेंट स्कूल में हुई. कुछ साल तक बिशप कॉटन गर्ल्स स्कूल में पढ़ाई की और फिर उनकी माता जी फिल्मों में नसीब आजमाने चेन्नई चली गयी थी. आगे की पढ़ाई उन्होंने चेन्नई के चर्च पार्क प्रेजेंटेशन कान्वेंट और स्टेला मारिस कॉलेज से प्राप्त की. बचपन से ही जयललिता तेजस्वी छात्रा थीं. वे कानून की पढ़ाई करना चाहती थी.
15 साल में सफल अभिनेत्री
अपनी मां के कहने पर जयललिता ने फिल्मों का रूख किया था. उनकी पहली फिल्म एक अंग्रेजी फिल्म ‘एपिसल’ थी. महज 15 साल की आयु में जयललिता ने अपने आप को प्रमुख अभिनेत्री के रूप में स्थापित कर लिया था. उन्होंने तमिल सिनेमा के मशहूर निर्देशक श्रीधर की फिल्म ‘वेन्नीरादई’ से अपना करियर शुरू किया था. शिवाजी गणेशन के साथ आयी उनकी फिल्म पट्टिकाडा पट्टनामा में अभिनय के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड और फिल्म फेयर दोनों मिला था. जयललिता ने कई फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया था. जयललिता उस दौर की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहन कर भूमिका की थी. यह उस दौर में बड़ी बात थी. उन्होंने शुरुआती दौर में फिल्में बॉलीवुड अभिनेत्री रेखा के पिता शिवाजी गणेशन और एमजी रामचंद्रन के साथ की थीं. इसके बाद एमजी रामचंद्रन के साथ उन्होंने दो दशक तक तमिल सिनेमा में काम किया था. 1965 से 1972 के दौर में एमजी रामचंद्रन के साथ मिल कर जयललिता ने कई हिट फिल्में दी थीं. फिल्मी कामयाबी के दौर में उन्होंने 300 से ज्यादा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में काम किया.
प्लेबैक सिंगिंग भी की
जयललिता कामयाब अभिनेत्री ही नहीं बल्कि कामयाब प्ले बैक सिंगर भी थीं. उन्होंने दक्षिण की अनेक फिल्मों में बहुत से गीतों को अपनी आवाज दी. इतना ही नहीं उन्होंने कई नॉन फिल्मी एल्बम्स में भी आवाज दी और डिवोशनल गीत रिकॉर्ड किया था. सुर्यकांति और वीरम सहित उन्होंने करीब दस फिल्मों में प्ले बैक सिंगिंग भी की थी. जयललिता के जीवन पर आधारित फिल्म भी बनी है. फिल्म इरुवर उनके जीवन पर आधारित है. इसमें उसमें ऐश्वर्या रॉय बच्चन ने उनका किरदार निभाया था.