मामले ने उस वक्त और तूल पकड़ लिया जब सोशल मीडिया पर वीडियो के माध्यम से आरोप लगाने वाले बीएसएफ जवान तेज बहादुर की पत्नी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि बीएसएफ जांच करके मात्र दिखावा कर रही है और तेजबहादुर पर आरोप वापस लेने का दबाव बना रही है.
तेजबहादुर की पत्नी ने कहा कि अगर उनके पति को कुछ अनहोनी हुई तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. हमें चिंता सता रही है कि वह कैसे होंगे…पत्नी ने कहा कि उनसे मेरी बात हुई जिसमें उन्होंने मुझसे कहा कि घबराने की जरुरत नहीं है. मैं ठीक हूं मुझे दूसरे यूनिट में भेज दिया गया है जहां मुझे प्लम्बर का काम दिया गया है. तेजबहादुर ने पत्नी से कहा कि इस काम से मुझे कोई दिक्कत नहीं है.
पत्नी ने कहा कि हमें उनकी चिंता सता रही है. वह वहां दिक्कत से हैं तो हम यहां खुशी से कैसे रह सकते हैं. हमारा खाने-पीने और किसी भी काम में मन नहीं लग रहा. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा पहले सेना में जाना चाहता था लेकिन ऐसी बातें सुनकर वह कहता है कि प्राइवेट नौकरी कर लूंगा लेकिन सेना में नहीं जाऊंगा. वह अभी 12वीं पास करके इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है.
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी ने कहा कि अगर मेरे पति मानसिक तौर पर अस्वस्थ थे या फिर वह अनुशासित नहीं थे तो देश के सबसे संवेदनशील इलाके में सुरक्षा करने के लिए बीएसएफ ने उनके हाथ में बंदूक क्यों थमाई गई? मेरे पति के साथ दिक्कत यह है कि वह किसी भी रूप में अन्याय बरदास्त नहीं कर सकते हैं….
गौर हो कि बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव ने फेसबुक वीडियो के जरिए बड़े अफसरों पर जवानों को मिलने वाले खाने में घोटाले का गंभीर आरोप लगाया जिसके बाद हड़कंप मच गया और बीएसएफ के अधिकारियों को सामने आकर बयान देना पड़़ा. बीएसएफ के जवान के वीडियो पर आज बीएसएफ गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी.