सोशल मीडिया पर दुलार के साथ-साथ फटकार भी लगातीं हैं सुषमा स्वराज

नयी दिल्ली : ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन ने विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज के गुस्से के बाद आखिरकार तिरंगे के अपमान पर माफी मांग ली है. इससे पहले वेबसाइट ने कल अपने पेज से तिरंगे वाले डोरमैट्स हटा लिए थे. अमेजन इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने एक पत्र लिखकर इस कृत्य पर माफी मांगी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2017 8:34 AM
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नयी दिल्ली : ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन ने विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज के गुस्से के बाद आखिरकार तिरंगे के अपमान पर माफी मांग ली है. इससे पहले वेबसाइट ने कल अपने पेज से तिरंगे वाले डोरमैट्स हटा लिए थे. अमेजन इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने एक पत्र लिखकर इस कृत्य पर माफी मांगी है. पत्र में कंपनी ने लिखा है कि वो भारतीय परंपराओं और कानून का सम्‍मान करते हैं और करते रहेंगे. उनका उत्‍पाद भारत में बेचने के लिए नहीं था. इसे थर्ड पार्टी द्वारा कनाडा में बेचने के लिए प्रयोग के तौर पर किया गया था.

आपको बता दें कि सुषमा स्‍वराज सोशल मीडिया के माध्‍यम से दूसरों की मदद करतीं हैं. उनके इस काम की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों प्रवासी भारतीय के कार्यक्रम में कर चुके हैं. अपको बता दें कि कई बार लोगों ने अपनी मुश्‍किलों से सुषमा स्‍वराज को सोशल मीडिया के माध्‍यम से अवगत कराया और उन्हें मदद दी गयी. हाल में ही अफ्रीकी दंपती घाना से अपनी 4 साल की बच्ची का इलाज कराने इलाहाबाद पहुंचे थे जिनकी मदद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की और उन्हें मेडिकल वीजा उपलब्ध कराया. इस दंपती को बच्ची के इलाज के लिए 5 महीने का वक्त चाहिए था, लेकिन उनको घाना के विदेश मंत्रालय ने 6 महीने के मेडिकल वीजा की जगह एक महीने का टूरिस्ट वीजा दिया था जिससे वे चिंतित थे.

हाल में ही एक आईटी एम्पलॉयी को सुषमा स्वराज ने खरी-खोटी तब सुनाई जब शख्स ने रेलवे में काम करने वाली अपनी पत्नी का ट्रांसफर कराना चाहता था, ट्रांसफर तो नहीं हुआ लेकिन सुषमा की झिड़की जरूर सुनने को मिल गई. पुणे स्थित आईटी कंपनी में काम करने वाले स्मित राज की पत्नी रेलवे में काम करती हैं और उनकी तैनाती झांसी में है. अपनी पत्नी के ट्रांसफर को लेकर वह कई तरीके अपना चुके थे अंत में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को गत रविवार को ट्वीट किया और मदद मांगी. स्मित ने ट्वीट किया कि क्या आप हमारा वनवास खत्म करने में मदद करेंगी…मेरी पत्नी झांसी में रेलवे एम्पलॉयी है और मैं यहां पुणे में काम करता हूं… हम करीब एक साल से दूर रह रहे हैं… शख्‍स के इस ट्वीट के जवाब में सुषमा ने लिखा कि अगर तुम या तुम्हारी पत्नी मेरे मंत्रालय में काम कर रहे होते, तो इस तरह ट्विटर पर ट्रांसफर की अर्जी देने के लिए सस्पेंड कर देती….

ऐसा नहीं कि सुषमा स्वराज ज्यादतर लोगों को सोशल मीडिया पर झिड़की लगातीं हैं. हमेशा वो सोशल मीडिया के माध्‍यम से लोगों की मदद ही करतीं हैं.

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