नयी दिल्ली : उत्तर और मध्य भारत में अपनी पैंठ बनाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु समेत कोरोमंडल क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने पर जोर दे रही है और इस संदर्भ में कार्य योजना और रुपरेखा को अंतिम रुप दिया जा रहा है. संघ की इस पहल के मद्देनजर तमिलनाडु में कोयंबतूर में आरएसएस की सर्वोच्च निर्णय करने वाली संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो केरल की सीमा के पास ही है.
संबंधित खबर
और खबरें