जेटली ने कहा- शहीदों के शव के साथ बर्बरता में शामिल थी पाक सेना, दिये कवर फायर

नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैनिकों के शव क्षत-विक्षत करने के मुद्दे पर भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया. साफ लहजे में कहा कि पाक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. नहीं तो समय आने पर ठोस जवाब दिया जायेगा. सबूत देते हुए कहा कि सैनिकों के खून […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 9:18 AM
feature

नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैनिकों के शव क्षत-विक्षत करने के मुद्दे पर भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया. साफ लहजे में कहा कि पाक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. नहीं तो समय आने पर ठोस जवाब दिया जायेगा. सबूत देते हुए कहा कि सैनिकों के खून के निशान नियंत्रण रेखा के पार तक गये हैं, जिससे पाक सैनिकों की संलिप्तता का पता चलता है. भारत इस मामले को भड़काने की कार्रवाई मानता है.

पाक गोलीबारी में शहीद जवानों के शवों को पाकिस्तानी सैनिकों ने किया विकृत

भारत ने पाकिस्तान के इस दावे का खारिज किया कि उसकी सेना नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों के सिर काटने की घटना में शामिल नहीं है. भारत ने कहा कि ‘‘बर्बर कृत्य’ से इंकार में कोई विश्वसनीयता नहीं है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान की कार्रवाई पर भारत द्वारा संभावित जवाब से जुडे सवाल के उत्तर में कहा, कि अपनी सेना पर भरोसा रखिए.’ जेटली ने कहा कि दो सैनिकों का हत्या करने और उनके सिर काटने वालों को बचाने के लिए बचाव गोलीबारी की गयी और पाकिस्तान ने हमलावरों को भागने में मदद की.

विदेश मंत्रालय के बाद अब रक्षा मंत्री ने भी कहा है कि शहीदों के शवों के साथ बर्बरता में पाकिस्तान की सेना पूरी तरह शामिल थी. जेटली ने कहा, कि जिन्होंने ये काम किया है, उन्हें कवर फायर दिये गये जिससे वे बेहद सुरक्षित बॉर्डर से बचकर भागने में कामयाब रहे.

सैनिकों के शवों से बर्बरता पर भारत का कड़ा रुख, पाकिस्तान का आरोपों से इनकार

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, कि इनकार में कोई विश्वसनीयता नहीं है क्योंकि सारी परिस्थितियां साफ तौर पर बताती हैं कि पहले हमारे दो सैनिकों की हत्या और फिर उनके सिर काटने का बर्बर कृत्य :पाकिस्तानी: सेना की सक्रिय भागेदारी के साथ किया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह का कृत्य सेना के संरक्षण, भागीदारी या वास्तविकता की संलिप्तता के बिना नहीं किया जा सकता.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version