महाराष्ट्र के स्कूली कैंटीनों में जंक फूड पर रोक

मुंबई : महाराष्ट्र सरकार नेराज्यभर के स्कूलों की कैंटीन में जंक फूड की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब यहां पिज्जा, नूडल्स और पेस्टरी की जगह वेजिटेबल खिचड़ी, राजमा-चावल और इडली-वडा मिलेगा. महाराष्ट्र सरकार ने सोमवारको पूरे राज्य के स्कूल कैंटीन में अत्यधिक वसा, नमक और शर्करा यानी हाय इन फैट, साल्ट एंड शुगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2017 1:44 PM
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मुंबई : महाराष्ट्र सरकार नेराज्यभर के स्कूलों की कैंटीन में जंक फूड की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब यहां पिज्जा, नूडल्स और पेस्टरी की जगह वेजिटेबल खिचड़ी, राजमा-चावल और इडली-वडा मिलेगा. महाराष्ट्र सरकार ने सोमवारको पूरे राज्य के स्कूल कैंटीन में अत्यधिक वसा, नमक और शर्करा यानी हाय इन फैट, साल्ट एंड शुगर (एचएफएसएस) वाले खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

सरकारी प्रस्ताव (जीआर) में फूड के 12 वर्गों को शामिल किया गया है, जिसमें पोटैटो चिप्स, नूडल्स, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, पिज्जा, बर्गर, केक, बिस्कुट, बन, पेस्टरी सहित कई पदार्थ शामिल हैं, जिनकी बिक्री कैंटीन में नहीं होगी. वहीं प्रस्ताव में 20 खाद्य पदार्थों के नाम भी बताये गये हैं, जिनकी बिक्री कैंटीन में होनी है. इसमें रोटी, वेजिटेबल पुलाव, इडली-वडा, नारियल पानी और जलजीरा शामिल है.

हेल्‍दी रहना है तो जंक फूड को कहें बाय-बाय

जीआर ने कहा है कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पोषण संस्थान, हैदराबाद के निदेशक की अध्यक्षता में एक कार्य दल गठित किया था. इस कार्यदल का उद्देश्य स्कूलों में बच्चों में पोषक आहार की खपत को बढाना और जंक फूड की बिक्री पर रोक लगाना था. कार्य दल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जंक फूड में उच्चमात्रा में वसा, नमक और शर्करा होता है, जबकि इनमें बहुत ही कम मात्रा में पोषक तत्व होते हैं.

अपनाइए जंक फूड के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प

इस तरह के भोजन से बाद में मोटापा, दांत की बीमारी, डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा बढता है. जीआर ने बताया कि कार्य दल की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की कैंटीन में जंक फूड पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. इसके अलावा जीआर ने बच्चों के बीच पोषक आहार की खपत के बारे में जागरूकता फैलाने की भी मांग की है.

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