Aayush Ministry:देश की अधिकांश लड़कियां एनीमिया की शिकार है. एनीमिया को दूर करने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच एक अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि देश की परंपरागत चिकित्सा पद्धति सिद्धा के दवाओं के मिश्रण से एनीमिया को दूर किया जा सकता है. पब्लिक हेल्थ इनिशिएटिव का संचालन करने वाले शोधकर्ताओं के प्रतिष्ठित इंडियन जर्नल ऑफ ट्रेडिशनल नॉलेज में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है. अध्ययन के अनुसार सिद्ध दवाओं के मिश्रण से लड़कियों में एनीमिया को दूर करने में मदद मिली है. यह अध्ययन आयुष मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय सिद्ध संस्थान (एनआईएस), तमिलनाडु स्थित जेवियर रिसर्च फाउंडेशन और वेलुमैलु सिद्ध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के शोधकर्ताओं ने किया है. शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान पाया कि सिद्ध दवाओं का मिश्रण एनीमिया से ग्रस्त लड़कियों में हीमोग्लोबिन के स्तर के साथ-साथ पीसीवी-पैक्ड सेल वॉल्यूम, एमसीवी-मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन और एमसीएच-मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन में सुधार कर रहा है.
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