Air India Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया विमान हादसे में तुर्की का हाथ? उठे सवाल तो आया जवाब
Air India Ahmedabad Plane Crash : योग गुरु बाबा रामदेव ने विमान हादसे को लेकर साजिश की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि विमान की सर्विसिंग तुर्की की एक एजेंसी करती थी, इसलिए जांच होनी चाहिए. साथ ही भारत को एविएशन सेक्टर पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए. रामदेव के बयान के बाद तुर्की की प्रतिक्रिया आई है.
By Amitabh Kumar | June 15, 2025 9:07 AM
Air India Ahmedabad Plane Crash : एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से उड़ान भरने के 36 सेकंड बाद हादसे का शिकार हो गई. हादसे क्यों और कैसे हुआ, इसकी जांच जारी है. इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने साजिश की आशंका जताई और तुर्की का नाम लिया. इसपर तुर्की की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है. तुर्की सरकार ने एयर इंडिया के विमान हादसे को लेकर सफाई दी है. सरकार ने कहा है कि जिस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान का हादसा हुआ, उसकी मरम्मत या देखभाल तुर्की की कंपनी ‘Turkish Technic’ ने नहीं की थी.
तुर्की सरकार ने किन समझौतों की बात की
तुर्की सरकार के मुताबिक, एयर इंडिया और Turkish Technic के बीच 2024 और 2025 में जो समझौते हुए हैं, वे केवल B777 विमान के रखरखाव के लिए हैं. हादसे में शामिल Boeing 787-8 विमान इस समझौते का हिस्सा नहीं है. अब तक Turkish Technic ने एयर इंडिया के किसी भी Boeing 787-8 विमान की सर्विसिंग नहीं की है.
Türkiye government clarifies on reports that the maintenance of the Boeing 787-8 passenger aircraft was carried out by Turkish Technic’ following the crash of an Air India passenger aircraft.
योग गुरु बाबा रामदेव ने एयर इंडिया हादसे पर साजिश की आशंका जताई और तुर्की एजेंसी पर विमान रखरखाव को लेकर सवाल उठाए. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बाबा रामदेव ने एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर साजिश की व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जानकारी मिली है कि विमान की मेंटनेंस और सर्विसिंग तुर्की की एक एजेंसी करती थी. ऐसे में यह भी देखना होगा कि कहीं तुर्की ने इस माध्यम से दुश्मनी तो नहीं निकाली. रामदेव ने कहा कि भारत को एविएशन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में विदेशी एजेंसियों के हस्तक्षेप पर पूरी तरह रोक लगानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि किसी साजिश की संभावना को पूरी तरह नकारा न जा सके.