बिना बताए पार्टी कार्यालय से बाहर चले गए अजित पवार
शरद पवार ने पार्टी के नेता अजित पवार, छगन भुजबल, सुनील तटकरे, फौजिया खान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में कहा कि प्रफुल्ल पटेल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे. सुप्रिया सुले भी पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष होंगी. इस घोषणा के बाद उदास नजर आ रहे अजित पवार मीडिया से बातचीत किए बिना ही पार्टी कार्यालय से चले गए. माना जा रहा है कि यह एक ऐसा कदम है, जिससे अजित को पार्टी में असहज महसूस करना पड़ सकता है.
पार्टी को एकजुट रखना सुप्रिया के लिए चुनौती
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष बनाई गईं सांसद सुप्रिया सुले को अपनी पार्टी को एकजुट रखने की अहम चुनौती होगी. इसके साथ ही उन्हें अगले साल के लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा एवं शिवसेना का मुकाबला करने के लिए महा विकास अघाड़ी गठबंधन को सशक्त बनाने की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. पार्टी सूत्रों का कहना है कि सुप्रिय सुले को महागठबंधन एमवीए सहयोगियों कांग्रेस और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर होने वाली बातचीत के दौरान चुनौती का सामना करना पड़ेगा.
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महाराष्ट्र का सीएम बनना चाहते हैं अजित पवार
रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रिया सुले के चचेरे भाई और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रमुख स्थान रखते हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट कर दिया है. यही वजह है कि अजित पवार ने 2019 में उस समय भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ हाथ मिलाकर सभी को चौंकाते हुए तड़के ही उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अब जबकि शरद पवार ने शनिवार को सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने हुए परोक्ष रूप से अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया है, तो अजित पवार के मंसूबों पर पूरी तरह से पानी फिरता नजर आ रहा है.