सेना के शीर्ष कमांडर कल से भारत की सुरक्षा चुनौतियों, एलएसी के हालात की समीक्षा करेंगे

सैन्य कमांडर पिछले कुछ सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों की हत्या की घटनाओं की पृष्ठभूमि में केंद्रशासित प्रदेश के सुरक्षा हालात पर भी विचार-विमर्श करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2021 11:07 PM
an image

नयी दिल्ली: भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर सोमवार से शुरू हो रहे चार दिवसीय सम्मेलन में पूर्वी लद्दाख तथा चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे अन्य संवेदनशील क्षेत्रों समेत देश की सुरक्षा चुनौतियों की गहन समीक्षा करेंगे. जानकार सूत्रों ने यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि सैन्य कमांडर पिछले कुछ सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों की हत्या की घटनाओं की पृष्ठभूमि में केंद्रशासित प्रदेश के सुरक्षा हालात पर भी विचार-विमर्श करेंगे. यह सम्मेलन दिल्ली में आयोजित होगा.

अधिकारियों ने बताया कि थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में देश की लड़ाकू तैयारियों की समीक्षा करेंगे, जहां भारतीय तथा चीनी सैनिकों के बीच 17 महीने से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है. हालांकि, दोनों पक्षों ने टकराव के कई बिंदुओं से सैनिकों की पूरी तरह वापसी कर ली है.

Also Read: India China News : सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के बाद भारत की चीन को चेतावनी- LAC पर तनाव वाले इलाकों से पूरी तरह पीछे हटें

उन्होंने कहा कि सैन्य कमांडर अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के भारत तथा क्षेत्र की सुरक्षा पर संभावित असर पर भी चर्चा कर सकते हैं. सेना ने एक बयान में कहा, ‘वर्ष 2021 का दूसरा सैन्य कमांडर सम्मेलन 25 से 28 अक्टूबर तक नयी दिल्ली में आयोजित किया जायेगा. सेना के कमांडरों का सम्मेलन शीर्ष स्तरीय आयोजन है, जो साल में दो बार अप्रैल और अक्टूबर में आयोजित किया जाता है.’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे कमांडरों से संवाद

सेना ने कहा, ‘भारतीय सेना का शीर्ष नेतृत्व मौजूदा तथा उभरते सुरक्षा और प्रशासनिक पहलुओं पर मंथन करेगा, ताकि सीमा के हालात एवं कोविड-19 महामारी की चुनौतियों की पृष्ठभूमि में भारतीय सेना की भविष्य की कार्रवाई तय हो सके.’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना के शीर्ष कमांडरों के साथ संवाद करेंगे.

प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भी तीनों सेनाओं के बीच समन्वय को बढ़ावा देने के विकल्पों पर भारतीय सेना के शीर्ष पदाधिकारियों को संबोधित कर सकते हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version