वाजेपयी ने कांग्रेस को लेकर कर दी थी भविष्यवाणी
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज बीजेपी लगातार शिखर पर पहुंचती जा रही है, वहीं दूसरी ओर सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस की सरकार अब केवल चार राज्यों में रह गई है. कांग्रेस की ऐसी खराब स्थिति कभी नहीं हुई थी. हालांकि देश की सबसे पुरानी पार्टी को लेकर भविष्यवाणी देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आज से 28 साल पहले ही कर दी थी. 1996 में वाजपेयी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करते हुए कहा था, ‘आज मेरे कम सांसद होने पर आप हम पर हंस रहे हैं, एक दिन देश आप पर हंसेगा’.
वाजपेयी ने कांग्रेस को लेकर क्या दिया था बयान
दरअसल 1996 में लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 मई 1996 को देश के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लिया था. लेकिन उन्हें लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा गया. लोकसभा में एक मत के कारण बीजेपी बहुमत साबित नहीं कर पाई और वाजपेयी जी को केवल 13 दिनों में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल, बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 161 सीटें और कांग्रेस को 140 सीटें मिली थीं. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में वाजपेयी सरकार के पक्ष में 269 वोट और उनके विरोध में 270 वोट पड़े थे. उस दिन वाजपेयी जी ने जो भाषण दिया था, उसे आज भी लोग याद करते हैं. उस समय वाजपेयी जी ने कहा था, ‘मेरी बात को गांठ बांध लें, आज हमारे कम सदस्य होने पर आप (कांग्रेस) हंस रहे हैं, लेकिन वो दिन आएगा, जब पूरे देश में हमारी सरकार होगी, उस दिन देश आप पर हंसेगा’.
Also Read: Atal Bihari Vajpayee Quotes: अहिंसा में विश्वास… अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर पढ़ें उनके अनमोल वचन
सदन में क्या बोले थे अटल बिहारी वाजपेयी
दरअसल 1996 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले वाजपेयी जी ने ऐतिहासिक भाषण दिया था. उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा था. उस समय वाजपेयी जी ने कहा था, हमारा क्या अपराध है. हमें क्यों कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. यह जनादेश ऐसे ही नहीं मिला है. हमने मेहनत की है, इसके पीछे वर्षों का संघर्ष है, साधना है. हम देश सेवा कर रहे हैं वो भी निस्वार्थ भाव से और पिछले 40 सालों से ऐसे ही करते आ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा था, हमने तपस्या की है, हम लोगों के बीच गए हैं. ये आकस्मिक नहीं हुआ, हमारी पार्टी कुकुरमुत्ते की उगने वाली पार्टी नहीं है. उन्होंने आगे कहा था, एक-एक सीटों वाली पार्टियां कुकुरमुत्ते की तरह उग आती हैं. राज्यों में आपस में लड़ती हैं और दिल्ली में आकर एक हो जाती हैं. उन्होंने कहा था, हम देश की सेवा में लगे रहेंगे, विश्राम नहीं करेंगे. वाजपेयी ने अपने भाषण में कहा था, हम ज्यादा सीटें नहीं ला पाए, ये हमारी कमजोरी है. हमें बहुमत मिलनी चाहिए थी. राष्ट्रपति ने हमें सरकार बनाने का अवसर दिया, लेकिन हमें सफलता नहीं मिली. उन्होंने कहा था, हम सबसे बड़े विरोधी दल के रूप में विपक्ष पर बैठेंगे और आपको हमारे सहयोग लेकर सदन चलाना होगा. मगर सरकार आप कैसी बनाएंगे, किस कार्यक्रम के तहत बनेगी, वो सरकार कैसे चलेगी मैं नहीं जानता.