Balasore Student Death: भुवनेश्वर में BJD का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस ने दागे आंसु गैस के गोले

Balasore Student Death: बालेश्वर एफएम कॉलेज की छात्रा की मौत को लेकर BJD ने न्याय की मांग करते हुए भुवनेश्वर में लोकसेवा भवन के बाहर उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, आंसू गैस के गोले छोड़े गए और कई लोग घायल हुए. बीजद ने पीड़ित परिवार को ₹2 करोड़ मुआवज़ा और न्यायिक जांच की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है.

By Ayush Raj Dwivedi | July 16, 2025 12:50 PM
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Balasore Student Death: बालेश्वर एफएम कॉलेज की मृतक छात्रा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बुधवार को बीजू जनता दल (बीजद) ने राजधानी भुवनेश्वर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोकसेवा भवन का घेराव करते हुए सरकार से पीड़ित परिवार को ₹2 करोड़ की सहायता राशि देने और घटना की न्यायिक जांच की मांग की.

प्रदर्शन को देखते हुए लोकसेवा भवन के आस-पास भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई.सरकारी कर्मचारी सुबह 9:30 बजे से पहले ही कार्यालय पहुंच गए.वहीं, बालेश्वर जिले में 8 घंटे का बंद भी रखा गया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ.

पुलिस ने छोड़ा आंसु गैस के गोले

प्रदर्शन के दौरान जब बीजद कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर लोकसेवा भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें पीछे हटाया. इस झड़प में कई प्रदर्शनकारियों के घायल होने की सूचना है. प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है और बीजद ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, विरोध जारी रहेगा.

क्या था पूरा मामला

20 वर्षीय छात्रा ने कथित रूप से कॉलेज प्रशासन की निष्क्रियता के कारण खुद को आग लगा ली. छात्रा का आरोप था कि कॉलेज के एक वरिष्ठ प्रोफेसर ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया था, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. छात्रा की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री चरण मांझी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.

‘बेटी पढ़ाओ, बेटी जलाओ’ हो गया है अब नारा: बीजेडी नेता स्नेहांगिनी छूरिया

बालासोर आत्मदाह मामले पर बीजेडी नेता स्नेहांगिनी छूरिया ने कहा, “बीजेडी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. हमने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की, क्योंकि राज्य में महिलाओं की स्थिति लगातार खराब हो रही है. बालासोर की घटना में किसी ने पीड़िता की बात नहीं सुनी, इसी कारण उसने आत्मदाह जैसा कदम उठाया. अब ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा ओडिशा में ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी जलाओ’ बन गया है.”

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