कांग्रेस में हो रही थी अनदेखी
हिमांशु व्यास ने कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद कहा कि पार्टी के लिए काम करने वालों की अनदेखी कांग्रेस में की जा रही है. वहीं चाटुकार आगे बढ़ते जा रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व लोगों की नजरों में विफल रहा है, साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है. कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करने में भी विफल रहा है. कांग्रेस का नेतृत्व ऐसे लोगों से घिरा हुआ है जो सच्चे कार्यकर्ताओं को नेतृत्व के पास जाने से रोकता है.
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हिमांशु व्यास ने यह भी दावा किया कि उन्हें पिछले दो साल से कांग्रेस में दरकिनार कर दिया गया था. यहां चर्चा कर दें कि वह गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले की वाधवान विधानसभा सीट से दो बार चुनाव लड़े थे, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को चुनाव
यहां चर्चा कर दें कि गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर एक दिसंबर को चुनाव होना है जबकि शेष 93 सीटों पर पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. आठ दिसंबर को मतों की गणना की जाएगी. इस बार कांग्रेस और भाजपा के अलावा गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) भी ताल ठोक रही है. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पहले ही कह चुके है कि उनकी पार्टी गुजरात के सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
भाषा इनपुट के साथ