श्रीलंका में फंसे बिहार के मजदूरों ने हमवतन वापसी की लगायी गुहार, तीन महीने की मजदूरी और पासपोर्ट देने से कंपनी का इनकार
पटना : बिहार के गोपालगंज, सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, समेत उत्तर प्रदेश के देवरिया और दिल्ली के मजदूर श्रीलंका की एक कंपनी में फंसे हैं. श्रीलंका में फंसे भारतीय मजदूरों ने अपने दोस्तों के जरिये प्रभात खबर को 7491045546 नंबर से तस्वीरें और वीडियो भेज कर मजदूरों की सूची उपलब्ध करायी है. यह नंबर बिहार के गोपालगंज निवासी दीपक कुमार सिंह का है.
By Kaushal Kishor | May 16, 2020 6:41 PM
पटना : बिहार के गोपालगंज, सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, समेत उत्तर प्रदेश के देवरिया और दिल्ली के मजदूर श्रीलंका की एक कंपनी में फंसे हैं. श्रीलंका में फंसे भारतीय मजदूरों ने अपने दोस्तों के जरिये प्रभात खबर को 74910 45546 नंबर से तस्वीरें और वीडियो भेज कर मजदूरों की सूची उपलब्ध करायी है. यह नंबर बिहार के गोपालगंज निवासी दीपक कुमार सिंह का है.
श्रीलंका की राजधानी से सैकड़ों किलोमीटर दूर मादमपेट में स्थित भुवालका स्टील प्लांट में सभी मजदूर फंसे हैं. उन्होंने गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के सेमराबाजार के अहिरौली गांव निवासी अपने मित्र दीपक कुमार सिंह के जरिये प्रभात खबर को तस्वीरें, वीडियो और मजदूरों की सूची भेज कर हमवतन वापसी की गुहार लगायी है.
मजदूरों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा है कि कंपनी ने तीन महीने का वेतन भी रख लिया है. साथ ही जब हमवतन जाने की बात कही, तो पासपोर्ट भी कंपनी ने देने से इनकार कर दिया. दीपक ने बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद कंपनी चालू कर दी गयी है. लेकिन, तीन महीनों का वेतन नहीं मिलने से भारतीय मजदूरों ने हड़ताल कर दिया है. साथ ही घर जाने की मांग पर अड़े हैं.
गोपालगंज निवासी केशव कुमार ने बताया है कि श्रीलंका में मजदूरों के सामने खाने के लाले पड़ गये हैं. जिन मजदूरों के पास पैसे थे, उनके सहयोग से कुछ दिन तक खरीदकर खाया, अब वह भी खत्म हो गया है. सिधवलिया निवासी सोनू सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर हम परिवार के पास जाना चाहते हैं.
श्रीलंका में गोपालगंज के 10, सिवान के 20, छपरा के 15, मुजफ्फरपुर के 20 मजदूरों के अलावा उत्तर प्रदेश के देवरिया के 25 और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पांच मजदूर फंसे हैं.