Bus Accident: 1500 फीट गहरी खाई में गिरी बस, 4 लोगों की मौत, सरकार ने किया 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
Bus Accident: उत्तराखंड बस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है. उत्तराखंड राज्य परिवहन निगम की बस अल्मोड़ा से हल्द्वानी जा रही थी. आमडाली के पास अचानक बस अनियंत्रित होकर सड़क से 1500 फुट नीचे गहरी खाई में गिर गई.
By Pritish Sahay | December 25, 2024 7:20 PM
Bus Accident: उत्तराखंड बस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है. दुर्घटना में कई लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बस अल्मोड़ा से हल्द्वानी जा रही थी. इसी दौरान खाई में गिरने से इतना बड़ा हादसा हो गया. बस में करीब 27 यात्री सवार थे. हल्द्वानी जाने के दौरान बस भीमताल के पास 1500 फुट गहरी खाई में गिर गई. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF), फायर ब्रिगेड और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचीं और स्थानीय लोगों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. बस के 1500 फुट नीचे गिरने के कारण बचाव कार्यों में मुश्किल आ रही है और घायलों को खाई से रस्सियों की मदद से कंधों पर लादकर ऊपर लाना पड़ रहा है.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे में चार लोगों की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘भीमताल के पास दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत की खबर बेहद हृदय विदारक है. गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है. एम्स ऋषिकेश से भी सभी घायलों को हल्द्वानी भेजा गया है. उन्होंने ईश्वर से सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है.
उत्तराखंड सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
भीमताल बस हादसा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने गहरा दुख जाहिर किया है. सरकार की तरफ से मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की गई है. इसके अलावा गंभीर रूप से घायलों के परिवारों के लिए 3 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों के परिवारों के लिए 15 से 25 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है.
Dehradun | Bhimtal bus accident | Uttarakhand government announces a compensation of Rs 10 lakh for the families of deceased, Rs 3 lakh for the families of seriously injured and Rs 15-25 thousand for the families of normally injured persons. pic.twitter.com/4YulRuWNI0