Caste Census: जाति जनगणना पर RSS का बड़ा बयान, इसका इस्तेमाल चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं होना चाहिए

Caste Census: जाति आधारित जनगणना पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बड़ा बयान सामने आया है. आरएसएस ने कहा, इसका इस्तेमाल चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं होना चाहिए.

By ArbindKumar Mishra | September 2, 2024 5:19 PM
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Caste Census: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जाति आधारित जनगणना को संवेदनशील मुद्दा बताया. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा, हमारे हिंदू समाज में, हमारी जाति और जाति संबंधों का एक संवेदनशील मुद्दा है. यह हमारी राष्ट्रीय एकता और अखंडता का एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. इसलिए इसे बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए, न कि केवल चुनाव या राजनीति के लिए.

आरएसएस ने इस मामले में जाति जनगणना का किया समर्थन

आरएसएस ने जाति जनगणना पर आगे कहा, सभी कल्याणकारी गतिविधियों के लिए, विशेष रूप से किसी विशेष समुदाय या जाति को संबोधित करना जो पिछड़ रहे हैं और जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. कभी-कभी सरकार को संख्याओं की आवश्यकता होती है, तो उन्हें ले सकती है. सरकारें पहले भी संख्याएं ली हैं, वह इसे ले सकती है, कोई समस्या नहीं है. लेकिन यह केवल उन समुदायों और जातियों के कल्याण को संबोधित करने के लिए होना चाहिए. इसे चुनाव प्रचार के लिए एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए और इसलिए हमने सभी के लिए एक चेतावनी रेखा रखी है.

आरएसएस ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय समन्वय सम्मेलन ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोमवार को यहां संपन्न हुए तीन दिवसीय सम्मेलन ‘समन्वय बैठक’ में बांग्लादेश की स्थिति को बहुत संवेदनशील मुद्दा बताया गया.

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