Census: अमित शाह ने की जनगणना की तैयारियों की समीक्षा, 16 जून को जारी होगी अधिसूचना

Census: भारत में जातिगत गणना के साथ 16वीं जनगणना 2027 में होगी. लद्दाख जैसे बर्फीले क्षेत्रों में एक अक्टूबर, 2026 को होगी, जबकि बाकी देश में एक मार्च, 2027 से होगी. जनगणना-2027 को दो चरणों में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने इसको लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की.

By ArbindKumar Mishra | June 15, 2025 9:45 PM
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Census: 2027 में होने वाली 16वीं जनगणना को लेकर एक ताजा खबर है. 16 जून 2025 को जनगणना को लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव, भारत के महापंजीयक और जनगणना आयुक्त (आरजीएंडसीसीआई) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की. गृह मंत्रालय ने बताया, जनगणना कराने की आधिकारिक अधिसूचना 16 जून, 2025 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी.

दो चरणों में होगी जनगणना

जनगणना दो चरणों में की जाएगी. पहले चरण में ‘हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन’ (एचएलओ) के तहत प्रत्येक घर, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी. इसके बाद, दूसरे चरण यानी जनसंख्या आकलन (पीई) किया जाएगा जिसमें प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति की गिनती, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य जानकारी एकत्रित की जाएगी. जनगणना में जातिगत गणना भी की जाएगी.

स्वतंत्रता के बाद 8वीं जनगणना होगी

गृह मंत्रालय के मुताबिक जनगणना गतिविधियों के लिए लगभग 34 लाख गणनाकार एवं पर्यवेक्षक, लगभग 1.3 लाख जनगणना पदाधिकारी तैनात किये जायेंगे. यह जनगणना भारत की16वीं तथा स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना है.

डिजिटल माध्यम से होगी जनगणना

आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करके डिजिटल माध्यम से की जाएगी. लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा. बयान में कहा गया है कि संग्रहण, प्रेषण और भंडारण के समय डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत कड़े डेटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे. यह जनगणना 16 वर्षों के बाद की जाएगी, क्योंकि पिछली जनगणना 2011 में की गई थी.

2011 के मुताबिक देश की अबादी 121.2 करोड़

भारत में 2011 में हुई जनगणना 2011 के मुताबिक देश की अबादी 121.2 करोड़ थी, जिसमें 62.372 करोड़ (51.54 प्रतिशत) पुरुष और 58.646 करोड़ (48.46 प्रतिशत) महिलाएं थीं. अंतिम व्यापक जाति-आधारित गणना अंग्रेजों द्वारा 1881 और 1931 के बीच की गई थी.

2011 में भी दो चरणों में हुई थी जनगणना

भारत की पिछली जनगणना 2011 में दो चरणों में की गई थी. इसमें जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बर्फ वाले इलाके को छोड़कर पहला चरण एक अप्रैल से 30 सितंबर 2011 के बीच चला था, जिसमें मकानों की गिनती की गई थी और दूसरा चरण नौ फरवरी से 28 फरवरी 2011 के बीच तक चला था, जिसमें लोगों की गिनती की गई थी। इस दौरान संदर्भ तिथि एक मार्च 2011 रखी गई थी. वहीं बर्फ वाले इलाके के लिए संदर्भ तिथि एक अक्टूबर 2010 थी.

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