प्रतिशत आधारित मॉडल की मांग
रविवार को आयोजित पहली संयुक्त बैठक में लगभग 60 प्रदर्शकों ने भाग लिया, जिनमें वरिष्ठ फिल्म निर्माता दिल राजू और सुरेश बाबू जैसे दिग्गज भी मौजूद थे. इस बैठक में सभी ने मौजूदा मॉडल को बदलकर प्रतिशत-आधारित राजस्व मॉडल अपनाने की मांग की और इसको लेकर औपचारिक बंद नोटिस जारी करने पर सहमति जताई.
आंतरिक मतभेद भी उभरे
बैठक में कई प्रमुख वितरकों और निर्माताओं की अनुपस्थिति ने यह संकेत दिया कि इंडस्ट्री के भीतर भी इस मुद्दे पर एकरूपता नहीं है. यह मतभेद 1 जून की डेडलाइन से पहले इस समस्या के समाधान को और जटिल बना सकते हैं.
बड़ी फिल्मों की रिलीज पर असर संभव
अगर यह शटडाउन लागू होता है तो कई बड़ी फिल्मों की रिलीज प्रभावित हो सकती है. विशेष रूप से कमल हसन की फिल्म ठग लाइफ़ और पवन कल्याण की हरि हर वीरा मल्लू, जो कि 12 जून को रिलीज़ हो रही है.
ओटीटी रिलीज़ को लेकर भी चिंता
प्रदर्शकों ने इस बात पर भी चिंता जताई कि फिल्मों को थिएटर में रिलीज़ के तुरंत बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा दिया जाता है, जिससे थिएटर की कमाई पर असर पड़ता है. उनका कहना है कि सफल फिल्मों को लंबे समय तक डिजिटल प्लेटफॉर्म से दूर रखा जाए ताकि थिएटर व्यवसाय को नुकसान न हो.
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