थरूर ने कहा, ‘मैं आश्वस्त हूं’
शशि थरूर के इस बयान के बाद ऐसे कयास लगाये जा रहे है कि बड़े नेताओं से उनका इशारा गांधी परिवार तो नहीं है. बता दें कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी यह इस चुनाव से अपनी दावेदारी वापस लेकर खड़गे का समर्थन शुरू कर दिया है. नागपुर में शशि थरूर ने अपने बयान में यह भी कहा है कि खड़गे का आत्मविश्वास अच्छा है लेकिन मैं आश्वस्त हूं कि लोग मेरी बात सुनेंगे और समझेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे साथ अलग-अलग राज्य के कार्यकर्ता है.
जी-23 के कई नेताओं ने भी किया खड़गे का समर्थन
इस चुनाव रणभेरी में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर के बयान ने कई सवाल खड़े कर दिये है. हर तरफ यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बड़े नेताओं से उनका क्या आशय है? कई लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि थरूर का इशारा गांधी परिवार की ओर है. बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावकों में अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह के साथ-साथ ए के एंटनी, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक जैसे नेताओं का भी नाम शामिल है. साथ ही जी-23 के कई नेता भी खड़गे के प्रस्तावक बने है. आनंद शर्मा, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और भूपेंद्र हुड्डा का नाम इसमें शामिल है.
चार फॉर्म हुए रिजेक्ट, थरूर ने किया ट्वीट
ऐसे में थरूर के लिए अध्यक्ष पद का रास्ता बहुत ही कठिन होता दिख रहा है. हालांकि इस पद के लिए कुल छह नामांकन भरे गए थे, जिसमें से चार फॉर्म रद्द कर दिये गए है. इसके अलावा अन्य तीन पर्चा किसका था यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. बता दें कि शशि थरूर ने वैध नामांकन पत्र की सूची साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह जानकर खुशी हुई कि जांच के बाद, श्री खड़गे और मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए दोस्ताना मुकाबले में भाग लेंगे. ऐसी कामना है कि पार्टी और हमारे सभी सहयोगियों को इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया से फायदा मिले.