नयी दिल्ली : पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान और कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर हालिया टिप्पणियों और दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विवादास्पद स्केच के बाद हुए विवाद के बाद सोमवार को अपने दोनों नवनियुक्त सलाहकार मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग को अपने पटियाला स्थित आवास पर तलब किया. उनमें से एक ने इंदिरा गांधी का विवादित स्केच सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.
कांग्रेस नेतृत्व को शर्मसार करने के अलावा, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की गयी टिप्पणियों और पोस्ट ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) जैसे विपक्षी दलों के नेताओं को सत्तारूढ़ खेमे पर निशाना साधने के लिए पर्याप्त मसाला प्रदान किया है. पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होना है.
हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में, माली ने संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू और कश्मीर को एक विशेष दर्जा दिया था. गर्ग ने हाल ही में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह राज्य के हित में नहीं है. माली ने दिवंगत पीएम का एक स्केच भी पोस्ट किया था जिसमें वह मानव खोपड़ी के ढेर के पास खड़ी दिखाई दे रही हैं, उनके हाथ में एक बंदूक था जिसपर एक मानव खोपड़ी लटक रही थी.
विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देने वाले कांग्रेस नेताओं में कैप्टन अमरिंदर सिंह और लोकसभा सांसद मनीष तिवारी हैं. सिद्धू के साथ लंबे समय से आमने-सामने रहे मुख्यमंत्री ने दोनों को अत्याचारी और गलत टिप्पणी करने के खिलाफ चेतावनी दी है जो राज्य और देश की शांति और स्थिरता के लिए संभावित रूप से खतरनाक थे. उन्होंने बयानों को राष्ट्र-विरोधी भी कहा.
सिद्धू से मुलाकात के बाद सलाहकार मलविंदर एस माली ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने उसे सोशल मीडिया पर कह दिया है, और वह अंतिम है. अगर कोई गलती करता है, तो उसे प्रतिबिंबित करना चाहिए. हमें पंजाब के कल्याण के लिए काम करना जारी रखना चाहिए. वहीं, दूसरे सलाहकार प्यारेलाल ने कहा कि आज हमने सिद्धू जी से राज्य के विकास के मुद्दों पर बात की. जब कोई सरकार अच्छा काम करती है तो हम उसकी सराहना करते हैं, अगर वह खराब काम करती है तो हम उसकी भी आलोचना करते हैं.
इस बीच, भाजपा नेता संबित पात्रा ने जानना चाहा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिद्धू के सलाहकारों की नियुक्ति को मंजूरी दी थी. उनकी टिप्पणियां भयावह हैं और भारत को एक खराब तस्वीर में चित्रित करती हैं. यह पार्टी की विचार प्रक्रिया को दर्शाता है. क्या राहुल गांधी जवाब देंगे कि क्या उन्होंने सिद्धू के सलाहकार नियुक्त किये हैं.
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने माली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि क्या वह उन ताकतों के साथ खड़ा है जो राष्ट्र के खिलाफ काम कर रही हैं? कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. पुलिस को वास्तव में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए. एक अन्य अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह कोई और नहीं बल्कि सिद्धू थे जिन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाया था और अपने प्रधानमंत्री के प्रति अपनी दोस्ती बढ़ा दी थी, जब दोनों राष्ट्र विशेष रूप से मित्रवत शर्तों पर नहीं थे. जब वे खुद ऐसे हैं तो सलाहकारों के बारे में शिकायत क्यों करें.
Posted By: Amlesh Nandan.
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