Corona Vaccine: भारत में कोरोना पर काबू पाने के लिए भारत बायोटेक बना रहा है नेजल वैक्सीन
नयी दिल्ली : कोरोनावायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) पर देश में एक और अच्छी खबर आयी है. स्वदेशी टीका कोवैक्सीन डेवलप करने वाली कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) अब एक नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) का क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने वाली है. जल्द ही इसका नागपुर में पहले और दूसरे चरण का ट्रायल शुरू किया जायेगा. यह नेजल स्प्रे के जैसा होगा. अब तक ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं है जो नाक के माध्यम से लिया जाता हो. तकरीबन सभी वैक्सीन बाजू पर ही लगाये जाते हैं.
By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2021 5:40 PM
नयी दिल्ली : कोरोनावायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) पर देश में एक और अच्छी खबर आयी है. स्वदेशी टीका कोवैक्सीन डेवलप करने वाली कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) अब एक नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) का क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने वाली है. जल्द ही इसका नागपुर में पहले और दूसरे चरण का ट्रायल शुरू किया जायेगा. यह नेजल स्प्रे के जैसा होगा. अब तक ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं है जो नाक के माध्यम से लिया जाता हो. तकरीबन सभी वैक्सीन बाजू पर ही लगाये जाते हैं.
भारत बायोटेक के चिकित्सकों का कहना है कि यह नेजल स्प्रे कोरोनावायरस पर काफी प्रभावी होगा. आम तौर पर कोरोनावायरस नाक के रास्ते ही इंसान के शरीर में प्रवेश करता है. इससे नाक से ही वैक्सीन देने से यह काफी प्रभावी साबित हो सकता है. बता दें कि भारत के ड्रग कंट्रोलर (DCGI) ने पिछले दिनों की भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है.
इसके साथ ही डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. ये दोनों वैक्सीन बाजू पर लगाये जायेंगे. 0.5 एमएल का एक डोज होगा. दूसरा डोज लेने के बाद इस वैक्सीन का डोज पूरा होगा. भारत बायोटेक ने अपना वैक्सीन आईसीएमआर के साथ मिलकर बनाया है. सरकार ने पहले फेज में तीन करोड़ लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने की घोषणा की है.
एक न्यूज चैनल के मुताबिक भारत बायोटेक ने नेजल वैक्सीन के लिए वाशिंगटन की एक कंपनी के साथ करार किया है. इस नेजल वैक्सीन की केवल एक ही डोज वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए पर्याप्त होगी. कंपनी के अनुसार भारत में इसका ट्रायल अगले दो सप्ताह में हो जायेगा. इसके लिए कंपनी डीसीजीआई के संपर्क में है.
नागपुर के अलावा भुवनेश्वर, पुणे और हैदराबाद में भी इस नेजल वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा. इसके ट्रायल के लिए 18 से 65 साल के लगभग 40 से 50 वॉलेंटियर्स का चयन किया जाएगा. डॉक्टरों का कहना है कि अगर नाक से वैक्सीन का डोज दिया जाएगा तो यह शरीर में इम्युन रिस्पॉन्स काफी बेहतर तरीके से तैयार होता है.