वायरल मैसेज में क्या किया जा रहा दावा
वायरल मैसेज को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से वायरल किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस के नये वैरिएंट XBB से पांच गुना अधिक तबाही मच सकती है. इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी किया गया है, जिसमें लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गयी है और लिखा गया है कि कोरोना का नया वैरिएंट XBB अधिक खतरनाक है. वायरल मैसेज में लक्ष्ण भी बताया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि इसमें न तो खांसी होती है और न ही बुखार. इसमें ज्वाइंट पेन, सिर में दर्द, गर्दन में दर्द आदी परेशानी हो सकती है.
कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर वायरल हो रहे मैसेज का सच
कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर वायरल हो रहे मैसेज की पड़ताल पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने की. जिसमें पाया गया कि कोरोना के नये वैरिएंट XBB को लेकर जो दावा किया जा रहा है, वह पूरी तरह से फेक है. ऐसी कोई भी वैरिएंट की पुष्टि नहीं की गयी है. पीआईबी फैक्ट चेक ने फेक मैसेज को शेयर करते हुए कहा, COVID19 के XBB वैरिएंट के संबंध में कुछ व्हाट्सएप समूहों में संदेश प्रसारित हो रहे हैं, जो पूरी तरह से फेक और भ्रामक हैं.
फेक और भ्रामक खबरों से रहें सावधान
कोरोना महामारी के दौरान सोशल मीडिया में कई तरह के मैसेज पहले भी वायरल हुए थे और अब जब दुनिया भर में फिर से खतरा बढ़ने लगा है, तो ऐसे कई भ्रामक मैसेज आपके पास भी गुजरेंगे. लेकिन इस महामारी के समय में हमें हमेशा चौकन्ना रहना होगा. जबतक स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुष्टि नहीं की जाती है, फेक और भ्रामक खबरों पर विश्वास न करें. सोशल मीडिया में वायरल मैसेजे या खबर को दूसरों के पास शेयर करने से पहले उसकी हर हाल में पुष्टि कर लें.
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