Covid Vaccine Update : कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में लगातार अपने पांव पसारता जा रहा है. अब सबको इंतजार है तो कोरोना के वैक्सीन का. इस महामारी को रोकने के लिए दुनियाभर में 140 से ज्यादा वैक्सीन तैयार की जा रही है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की मानें तो, कई वैक्सीन अब फेज 2 ट्रायल से आगे की ओर बढ चुके हैं.
ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University), मॉडर्ना (Moderna), एस्ट्रा-जेनेका (Astra-Zeneca), कैनसिनो (CanSino), साइनोफार्म (Sinopharm) सहित कई वैक्सीन्स ऐडवांस्ड फेज में हैं. भारत की बात करें तो यहां भी दो वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जारी है.
आपको बता दें कि दुनिया के आठ देश एक साथ आए हैं. यदि कोई वैक्सीन डेवलप किया जाता है तो उसका एक्सेस पूरी दुनिया को मिल जाएगा. जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज पटेल की मानें तो अगले साल की शुरुआत तक उनकी कपंनी की वैक्सीन लॉन्च कर दी जाएगी. पिछले हफ्ते ही वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है फेज 1 और 2 की स्टडीज तीन महीने में खत्म हो जाएगी. उनके पास बड़े पैमाने पर वैक्सीन बनाने की क्षमता है.
भारतीय दवा उद्योग पूरी दुनिया के लिए कोविड-19 वैक्सीन बनाने में सक्षम: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने कहा कि भारतीय दवा उद्योग देश के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए कोविड-19 की वैक्सीन बनाने में सक्षम है. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-प्रमुख और न्यासी ने कहा कि भारत में कई बेहद महत्वपूर्ण चीजें हुई हैं और इसका दवा उद्योग कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए काम कर रहा है.
ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा ने रूस पर वायरस टीके की जानकारी में सेंध लगाने का आरोप लगाया: ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा ने आरोप लगाया है कि रूस कोविड-19 का टीका विकसित करने में जुटे अनुसंधानकर्ताओं से इस बारे में सूचना चोरी करने का प्रयास कर रहा है. तीन देशों ने आरोप लगाया कि हैकिंग करने वाला समूह ”एपीटी29” कोरोना वायरस के टीके को विकसित करने में जुटे अकादमिक और चिकित्सा अनुसंधान संस्थानों में हैकिंग (डिजिटल सेंधमारी) कर रहा है. साथ ही कहा कि कोजी बियर नाम से भी पहचाने जाने वाला यह समूह रूस की खुफिया सेवा का हिस्सा है.
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं को टीका विकसित करने में सफलता मिलने की उम्मीद: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि कोविड-19 का टीका विकसित करने में उन्हें सफलता मिल सकती है. ब्रिटिश मीडिया में आई खबरों में यह कहा गया है.दरअसल, अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने यह पता लगाया है कि मानव पर शुरूआती चरण के परीक्षणों के बाद कोरोना वायरस के खिलाफ यह टीका ‘‘दोहरी सुरक्षा” उपब्लध करा सकता है. इसके बाद, अनुसंधान के सफल होने की उनकी उम्मीद बढ़ गई है.
Posted By : Amitabh Kumar
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